कोरिया। जिले के दूरस्थ क्षेत्र रावतसरई के हालात आज भी विकास की मुख्यधारा से बहुत पीछे हैं। कहने को गांव में बीएसएनएल का टावर तो डेढ़ वर्ष पहले लगाया गया था, लेकिन आज तक उसे चालू नहीं किया जा सका है। नेटवर्क सुविधा के अभाव में ग्रामीणों को ऑनलाइन कार्य, बैंकिंग, शैक्षणिक गतिविधियों और सरकारी योजनाओं से जुड़ने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि यह टावर शुरू हो जाता तो पूरे क्षेत्र को बेहतर नेटवर्क की सुविधा मिल सकती थी और लोगों को डिजिटल सेवाओं का लाभ मिलता। मगर फिलहाल यह टावर सिर्फ दिखावे के लिए खड़ा है। इसके साथ ही गांव के अंदर की सड़कों की हालत भी जर्जर है, बरसात के दिनों में कीचड़ और गड्ढों से गुजरना मुश्किल हो जाता है। वहीं, पेयजल की समस्या भी गंभीर बनी हुई है। जलजीवन मिशन के तहत पेयजल की आपूर्ति सही नही है, पानी भरने के लिए ग्रामीणों को दूर तक जाना पड़ता है।
ग्रामीणों ने बताया कि कांग्रेस शासनकाल में ग्राम पंचायत में हुए घोटाले पर तत्कालीन जनप्रतिनिधियों ने चुप्पी साध रखी थी। तब किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। अब जब क्षेत्र में विकास की पोल खुल रही है, तो वही नेता खुद को विपक्ष की आवाज बताने की कोशिश कर रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन और शासन से मांग की है कि गांव की मूलभूत सुविधाओं पर तुरंत ध्यान दिया जाए ताकि रावतसरई भी विकास की राह पर आगे बढ़ सके।


