बिलासपुर। हाल ही में बिलासपुर रेल मंडल में हुए भीषण ट्रेन हादसे को लेकर जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। रेलवे प्रशासन ने प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर हादसे के लिए मृत लोको पायलट को जिम्मेदार माना है। इस मामले में रेलवे की ओर से बिलासपुर के तोरवा थाना में गैर-इरादतन हत्या की एफआईआर (धारा 304 आईपीसी) दर्ज कराई गई है।
जानकारी के अनुसार, स्टेशन अधीक्षक (वाणिज्य) द्वारा जारी मेमो के आधार पर यह प्राथमिकी दर्ज की गई। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में संचालन के दौरान सिग्नल नियमों और सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन सामने आया है, जिसके चलते यह दुखद हादसा हुआ। मृत लोको पायलट के विरुद्ध यह एफआईआर तकनीकी रूप से दुर्घटना की जवाबदेही तय करने और आगे की प्रक्रिया के लिए की गई है।
रेलवे सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, हादसे की जांच सीआरएस (कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी) के नेतृत्व में जारी है। यह जांच दल दुर्घटना स्थल का निरीक्षण कर चुका है और लोको डेटा रिकॉर्डर (LDR) सहित अन्य तकनीकी उपकरणों की भी जांच की जा रही है। रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया जाएगा कि हादसे की वास्तविक वजह मानवीय त्रुटि थी या तकनीकी खराबी।
इधर, रेलवे प्रशासन ने हादसे में जान गंवाने वाले सभी कर्मचारियों और यात्रियों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सहायता राशि और अन्य लाभ शीघ्र देने का आश्वासन दिया है।
> रेलवे अधिकारियों का कहना है कि “जांच निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जा रही है। अंतिम रिपोर्ट आने के बाद ही हादसे के असली कारणों और अन्य जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।”
गौरतलब है कि इस ट्रेन हादसे में कई यात्रियों की मौत हुई थी और दर्जनों लोग घायल हुए थे। हादसे के बाद रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे थे, जिसके चलते अब प्रशासन हर स्तर पर जवाबदेही तय करने में जुट गया है।

