बैकुंठपुर। कोरिया जिले के बैकुंठपुर के केनापारा स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर छात्रों की बेरहमी से पिटाई का मामला उजागर होने के बाद तूल पकड़ गया है। पीड़ित बच्चों के परिजन बैकुंठपुर के केनापारा स्थित विद्यालय पहुंचे और दो दिन पहले नवपदस्थ प्रिंसिपल को पूरी जानकारी दी। प्रिंसिपल ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल कलेक्टर को जानकारी दी।
वही मीडिया के विद्यालय पहुंचने से हड़कंप मच गया, जिसके बाद प्रशासन ने मौके पर अधिकारियों का भेजना शुरू कर।दिया, मौके पर SDM उमेश पटेल, SDOP राजेश साहू तथा सिटी कोतवाली प्रभारी विपिन लकड़ा विद्यालय पहुंचकर मामले की जांच-पड़ताल की। एसडीएम उमेश पटेल ने प्रिंसिपल सहित समस्त स्टाफ व अभिभावकों के साथ बैठक कर स्थिति का जायजा लिया।
अभिभावकों ने बताया कि कक्षा 11वीं के सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों की बेरहमी से पिटाई की थी। मामले की जांच कमेटी गठित की गई, जिसमें मारपीट की पुष्टि हुई। इसके बाद आरोपी छात्रों को 15 दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। लेकिन, आश्चर्य की बात यह है कि निलंबित छात्रों ने पुनः मारपीट की घटनाएं शुरू कर दीं। इसके अलावा बच्चो से कपड़े धुलवाए जा रहे है, बच्चो से बर्तन धोने को बोला जा रहा है।
अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया कि सीनियर छात्र मोबाइल फोन का गलत उपयोग कर रहे हैं और विद्यालय कैंपस में नशीले पदार्थ भी मंगवाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इसी साल मार्च में कलेक्टर कोरिया को इस संबंध में शिकायत की गई थी, लेकिन तब भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई।
इस मामले पर नवपदस्थ प्रिंसिपल पी. डनसना ने कहा, "मुझे एक दिन ही हुआ है जॉइन किए। उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दी गई है। समस्या का समाधान किया जाएगा।"
अभिभावकों का कहना है कि यदि समय रहते उचित कदम उठाए जाते, तो शायद इस गंभीर घटना की पुनरावृत्ति नहीं होती। इस पूरे मामले में प्रशासन की सुस्ती पर सवाल उठ रहे हैं, पूर्व में इस विद्यालय का समय समय पर निरीक्षण हुआ करता था परंतु अब न तो कोई अधिकारी इस ओर आते है और न ही स्कूल प्रबंधन को बच्चो के अनुशासन को लेकर कोई मतलब है।