मितानिनों का आंदोलन तेज, बैकुंठपुर में 300 से ज्यादा मितानिनें सड़कों पर उतरीं – वायदों के पालन और NGO हस्तांतरण के विरोध में उग्र प्रदर्शन

Chandrakant Pargir

 


बैकुंठपुर (कोरिया)। प्रदेशभर की मितानिनें एक बार फिर अपनी लंबित मांगों को लेकर आंदोलनरत हो गई हैं। चुनाव पूर्व मोदी जी की गारंटी के तहत किए गए वायदों को पूरा न करने और मितानिन कार्यक्रम का संचालन पुनः NGO को सौंपे जाने की तैयारी के विरोध में प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ एवं प्रशिक्षक कल्याण संघ के बैनर तले 7 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल व धरना प्रदर्शन जारी है।



कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में मितानिनें प्रेमाबाग में एकत्रित हुईं और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। आंदोलनकारियों का कहना है कि मितानिन, प्रशिक्षक, हेल्प डेस्क फैसिलिटेटर एवं ब्लाक कोऑर्डिनेटरों की वर्षों पुरानी समस्याओं और मांगों को लेकर चुनाव में जो वादे किए गए थे, उन्हें अभी तक पूरा नहीं किया गया है। इससे नाराज होकर प्रदेश की मितानिनें एकजुट होकर आंदोलन कर रही हैं।



धरना प्रदर्शन के बाद मितानिनों ने रैली भी निकाली। यह रैली प्रेमाबाग से शुरू होकर फव्वारा चौक, कुमार चौक होते हुए ओड़गी नाका तक पहुंची। रैली में शामिल मितानिनों ने हाथों में बैनर और तख्तियां लिए अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारे लगाए। प्रदर्शनकारी नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि शासन ने एक सप्ताह के भीतर उनकी मांगों पर निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन को प्रदेशव्यापी रूप दिया जाएगा।



जिला अध्यक्ष अनिता सिंह ने कहा कि मांगें पूरी न होने पर राज्य भर की 72 हजार से अधिक मितानिनें राजधानी रायपुर में विशाल जंगी प्रदर्शन करेंगी। इस दौरान मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री निवास का घेराव करने के साथ ही चक्काजाम जैसे कठोर कदम उठाए जाएंगे। संघ ने स्पष्ट कहा है कि अब आंदोलन किसी भी स्तर पर थमने वाला नहीं है और जब तक वायदे पूरे नहीं होते, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा।



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