सड़क से गोठान तक – ग्राम पंचायत भाड़ी की मिसाल, हमर गांव हमर गौशाला के नाम से 150 से अधिक घुमंतू गायों को मिला सुरक्षित ठिकाना

Chandrakant Pargir

 

बैकुंठपुर (कोरिया)। आवारा मवेशियों से सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं और यातायात बाधा जैसी समस्याओं से निपटने के लिए ग्राम पंचायत भाड़ी ने एक अनोखी और सराहनीय पहल की है। पंचायत ने सामुदायिक सहयोग और पशु प्रेम को प्राथमिकता देते हुए सरकारी भूमि पर “हमर गोठान” का निर्माण कराया है, जिसमें अब 150 से अधिक घुमंतू गायों को सुरक्षित रखा जा रहा है। शुक्रवार को इस गोठान का विधिवत शुभारंभ किया गया।



ग्राम पंचायत के सरपंच शिवबालक पंडो, उप सरपंच संगीता सिंह चौहान, और सचिव रामबिनोद यादव  के नेतृत्व में ग्रामीणों ने लंबे समय से सड़क पर भटक रही गायों को एक जगह समेटने का बीड़ा उठाया। इसके लिए पंचायत ने मुख्य मार्ग किनारे स्थित सरकारी भूमि को चयनित कर वहां मजबूत फेंसिंग कर चारों ओर से घेरा, भीतर पीने के पानी की टंकियां, चारे की नांद और हरे चारे की व्यवस्था की गई। पशुओं की नियमित देखभाल के लिए पशु चिकित्सा विभाग के डॉक्टरों और कर्मचारियों का सहयोग भी सुनिश्चित किया गया है।



इस पहल से न केवल बेसहारा मवेशियों को छत और देखभाल मिली है, बल्कि ग्रामीणों को भी राहत की सांस मिली है, क्योंकि अब सड़क पर मवेशियों के बैठने से होने वाली दुर्घटनाओं की संभावना काफी कम हो गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह प्रयास अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणादायक उदाहरण है, जिसे पूरे जिले में अपनाया जा सकता है।



पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि गोठान में रखी गई गायों के लिए नियमित रूप से भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वे स्वस्थ रहें। इस दौरान ग्रामवासियों ने भी भरोसा दिलाया कि वे अपनी सामर्थ्य अनुसार इस गोठान के संचालन में सहयोग देंगे। प्रशासनिक अधिकारियों ने भी इस कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए इसे “सकारात्मक ग्रामीण पहल” करार दिया है।





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