कोरिया, 1 मार्च 2025: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद अब जिला पंचायत और जनपद पंचायत में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। 4 मार्च को होने वाले इन चुनावों को लेकर अटकलों और कयासों का दौर जारी है। सभी की नजर इस पर टिकी है कि आखिर इन महत्वपूर्ण पदों पर किसे ताज पहनाया जाएगा।
जिला पंचायत: भाजपा की स्थिति मजबूत, अध्यक्ष-उपाध्यक्ष की रेस में दो-दो नाम आगे
जिला पंचायत कोरिया में इस बार भाजपा की स्थिति काफी मजबूत मानी जा रही है। लंबे समय बाद जिला पंचायत अध्यक्ष का पद खाली हुआ है, ऐसे में भाजपा इस बार अपनी पकड़ और मजबूत करने के लिए दो प्रमुख नामों पर मंथन कर रही है। अध्यक्ष पद की दौड़ में मोहित पैकरा और सौभाग्यवती सिंह के नाम सामने आ रहे हैं। इन दोनों में से किसी एक का अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है।
वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए गीता राजवाड़े और वंदना राजवाड़े के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। भाजपा के पास कुल 6 जिला पंचायत सदस्य हैं, जिससे साफ है कि पार्टी के उम्मीदवार की जीत लगभग तय है। अब देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा किसे अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर बैठाने का फैसला करती है।
जनपद पंचायत बैकुंठपुर: उपाध्यक्ष पद को लेकर कड़ा मुकाबला
जनपद पंचायत बैकुंठपुर में भी चुनाव को लेकर काफी गहमागहमी है। क्षेत्र क्रमांक 11 को हाई-प्रोफाइल सीट माना जा रहा था, जहां से आशा महेश साहू ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी विपिन बिहारी जायसवाल को हराकर जीत दर्ज की। इस सीट पर मुकाबला इसलिए भी दिलचस्प था क्योंकि दो पूर्व उपाध्यक्ष, विपिन बिहारी जायसवाल और अनिल कुमार जायसवाल भी अपनी किस्मत आजमा रहे थे, लेकिन आशा महेश साहू ने दोनों को मात देकर बड़ी जीत हासिल की।
जनपद पंचायत बैकुंठपुर में राजू साहू और प्यारे साहू भी सदस्य के रूप में विजयी हुए हैं। भाजपा समर्थित 10 सदस्य जीतकर आए हैं, लेकिन कांग्रेस भी पूरी ताकत के साथ मैदान में है। ऐसे में अगर अध्यक्ष पद पर भाजपा की जीत होती है, तो उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस अपनी दावेदारी ठोक सकती है। हालांकि भाजपा इस कोशिश में है कि दोनों ही पदों पर उसका कब्जा हो।
सोनहत: भाजपा का परचम लहराने की तैयारी
सोनहत में भाजपा की स्थिति काफी मजबूत नजर आ रही है। जिला भाजपा अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी का गृहक्षेत्र होने के कारण यहां पार्टी को बड़ी बढ़त मिली है। 10 में से 7 सीटों पर भाजपा समर्थित उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। बाकी 3 सीटों पर विजयी अन्य उम्मीदवारों का भी देवेंद्र तिवारी से अच्छा तालमेल बताया जा रहा है।
ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि यहां अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध चुनाव हो सकता है। अगर ऐसा नहीं भी हुआ, तब भी भाजपा के लिए यहां राह आसान नजर आ रही है। सोनहत में भाजपा का अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है।
4 मार्च को होगा फैसला
अब सबकी निगाहें 4 मार्च को होने वाले चुनाव पर टिकी हैं, जहां यह तय होगा कि जिले और जनपद में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की कुर्सी पर कौन बैठेगा। भाजपा जहां अपनी मजबूत स्थिति बनाए रखने के लिए पूरी तरह तैयार है, वहीं कांग्रेस भी अपनी रणनीति के साथ मैदान में डटी है। ऐसे में इस सियासी मुकाबले के नतीजे पर सभी की नजरें लगी हैं।