रायपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के आवास व कार्यालय पर सीबीआई की छापेमारी के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस ने 27 मार्च 2025 (गुरुवार) को प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। इस दौरान सभी जिला मुख्यालयों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार का पुतला दहन किया जाएगा।
सीबीआई की कार्रवाई को बताया ‘राजनीतिक प्रतिशोध’
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए इसे राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई करार दिया है। पार्टी का कहना है कि केंद्र सरकार जानबूझकर विपक्षी दलों को दबाने की साजिश कर रही है और छत्तीसगढ़ में सीबीआई की यह छापेमारी उसी का हिस्सा है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री (संगठन एवं प्रशासन) मलकीत सिंह गैदू द्वारा जारी आधिकारिक पत्र में राज्यभर के कांग्रेस पदाधिकारियों को विरोध प्रदर्शन सफल बनाने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं।
कांग्रेस के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता प्रदर्शन में होंगे शामिल
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार, 27 मार्च को होने वाले पुतला दहन कार्यक्रम में निम्नलिखित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी अनिवार्य की गई है—
✔ प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी
✔ सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, प्रत्याशीगण
✔ एआईसीसी एवं पीसीसी सदस्य
✔ जिला व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी
✔ मोर्चा संगठन, प्रकोष्ठ एवं विभाग के नेता
✔ सोशल मीडिया विंग के प्रशिक्षित सदस्य
✔ नगर निगम, नगर पालिका, पंचायत प्रतिनिधि
✔ सहकारिता क्षेत्र के पदाधिकारी एवं वरिष्ठ कांग्रेसजन
कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं से मांगी पूर्ण उपस्थिति
प्रदेश कांग्रेस ने सभी जिलाध्यक्षों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे स्थानीय कांग्रेस नेताओं, निर्वाचित जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को आमंत्रित कर प्रदर्शन को प्रभावी बनाएं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि वे भाजपा सरकार के खिलाफ आक्रोशपूर्ण नारेबाजी करें और केंद्र सरकार की तानाशाही नीतियों को उजागर करें।
भाजपा पर हमलावर कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि "भाजपा लोकतंत्र की हत्या करने पर तुली हुई है। विपक्षी दलों को दबाने के लिए ईडी, सीबीआई और आईटी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।" कांग्रेस ने सीबीआई छापेमारी को "लोकतांत्रिक अधिकारों पर सीधा हमला" करार दिया और चेतावनी दी कि यदि इस तरह की कार्रवाई नहीं रुकी, तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगी।
भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को बताया बेबुनियाद
वहीं, भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को "राजनीतिक नौटंकी" करार दिया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि "अगर कांग्रेस नेताओं ने कुछ गलत नहीं किया है, तो उन्हें जांच से डरने की जरूरत नहीं होनी चाहिए।"
सीबीआई की छापेमारी और छत्तीसगढ़ की सियासत
गौरतलब है कि 26 मार्च 2025 को सीबीआई ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधायक देवेंद्र यादव और अन्य कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया है। कांग्रेस इसे "लोकतंत्र की हत्या" बता रही है, जबकि भाजपा इसे "कानूनी प्रक्रिया" कह रही है।
प्रदेश में बढ़ा सियासी पारा
छत्तीसगढ़ में सीबीआई की छापेमारी और कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। 27 मार्च को पूरे प्रदेश में होने वाले इस विरोध प्रदर्शन पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस के इस आंदोलन से राज्य की सियासत में क्या नया मोड़ आता है।