बैकुंठपुर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ सेवाकेंद्र में महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास और आध्यात्मिक उमंग के साथ मनाया गया। यह पर्व परमात्मा शिव के दिव्य अवतरण का प्रतीक है, जो धर्म की पुनःस्थापना और एक पवित्र, सतयुगी दुनिया के निर्माण के लिए इस धरती पर प्रकट होते हैं। इस पावन अवसर पर सेवाकेंद्र संचालिका बी.के. रेखा दीदी ने बताया कि शिव जयंती केवल एक पर्व नहीं, बल्कि परमात्मा शिव के साकार अवतरण का यादगार दिवस है। उन्होंने कहा कि परमात्मा अपने वादे के अनुसार, अधर्म और पाप की वृद्धि के समय इस सृष्टि पर अवतरित होकर धर्म की स्थापना करते हैं और मनुष्यों को देव समान स्वरूप में ढालने के लिए राजयोग सिखाते हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी ने किया आंतरिक शांति का अनुभव साझा
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री जितेंद्र गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, "ब्रह्माकुमारीज़ सेवाकेंद्र पर सिखाए जा रहे राजयोग का मैंने स्वयं अनुभव किया है, जिससे मुझे आंतरिक शांति और स्थिरता प्राप्त हुई है।" उन्होंने सभी को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दीं और ऐसे आध्यात्मिक आयोजनों की सराहना की।
आध्यात्मिक रहस्यों को समझाया
बी.के. रूपा बहन ने शिवरात्रि पर्व के आध्यात्मिक रहस्यों को उजागर करते हुए कहा कि हम शिवालयों में अक, धतूरा और भांग अर्पित करते हैं, जो हमारी बुराइयों, गलत आदतों और नकारात्मक संस्कारों का प्रतीक है। उन्होंने कहा, "इस दिन हमें अपने जीवन की बुरी आदतों को परमात्मा शिव को अर्पण कर मुक्त हो जाना चाहिए।"
5000 श्रद्धालुओं को दिया परमात्म संदेश
इस शुभ अवसर पर ब्रह्माकुमारीज़ संस्था से जुड़ीं अंजना बहन, महेश भाई, ज्ञानसाय भाई और आशा बहन ने छुरी पहाड़ में जाकर लगभग 5000 श्रद्धालुओं को परमात्म संदेश दिया। उन्होंने अध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को सुखी जीवन जीने की प्रेरणा दी।
सकारात्मक जीवन जीने की प्रतिज्ञा
बी.के. रेखा दीदी ने सभी उपस्थित भाई-बहनों को अपने जीवन में विकारों से मुक्त होकर सकारात्मक जीवन जीने और श्रेष्ठ कर्म करने की प्रतिज्ञा कराई। सभी ने संकल्प लिया कि वे मधुर व्यवहार करेंगे, सम्मानजनक भाषा का प्रयोग करेंगे, अपनी वृत्तियों को पवित्र रखकर वायुमंडल को शक्तिशाली बनाएंगे और हर परिस्थिति में अडिग रहेंगे।
शिव ध्वजारोहण और केक कटिंग से बढ़ा उत्साह
त्रिमूर्ति शिव जयंती के अवसर पर सभी ने मिलकर शिव ध्वजारोहण किया और परमात्म छत्रछाया की अनुभूति की। इस मौके पर केक कटिंग कर पूरे उमंग और उत्साह के साथ उत्सव मनाया गया।
सात दिवसीय निःशुल्क राजयोग मेडिटेशन कोर्स
सुखी जीवन और मन की शांति के लिए सेवाकेंद्र पर 1 मार्च 2025 से सात दिवसीय निःशुल्क राजयोग मेडिटेशन कोर्स का आयोजन किया जा रहा है। यह कोर्स सुबह 8 से 9 बजे, 9 से 10 बजे, शाम 6 से 7 बजे और 7 से 8 बजे तक रहेगा। सभी से अनुरोध है कि इस कोर्स का अधिक से अधिक संख्या में लाभ उठाएं।