प्रवासी भारतीय चन्द्रकान्त पटेल के हाथों बैकुंठपुर के प्रेमाबाग में धार्मिक लाइब्रेरी का शुभारंभ

Chandrakant Pargir

 


बैकुंठपुर 26 फरवरी।छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के मुख्यालय बैकुंठपुर स्थित प्रेमाबाग परिसर में धार्मिक लाइब्रेरी का शुभारंभ हुआ। इस महत्वपूर्ण पहल का लोकार्पण अमेरिका में बसे चिरमिरी के प्रवासी भारतीय चन्द्रकान्त पटेल ने किया। इस अवसर पर देवरहा बाबा सेवा समिति के अध्यक्ष शैलेश शिवहरे, नगर पालिका अध्यक्ष नवीता शिवहरे, अनिल महाराज, अशोक चौदहा, गंगा गुप्ता, मंडल अध्यक्ष अनिल खटीक, अरविंद सिंह, बबलू सिंह, घनश्याम साहू सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।



लोकार्पण अवसर पर चन्द्रकान्त पटेल ने कहा कि वर्तमान समय में सनातन धर्म से जुड़ी जागरूकता बढ़ाने के लिए ऐसी लाइब्रेरी की अत्यधिक आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह लाइब्रेरी धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान के प्रचार-प्रसार में सहायक होगी और लोगों को अपने धर्म और संस्कृति के प्रति अधिक सचेत बनाएगी। शुभारंभ उपरांत देवराहा बाबा सेवा समिति ने उनका सम्मान भी किया।




धार्मिक पुस्तकों का समृद्ध संग्रह


देवरहा बाबा सेवा समिति द्वारा प्रेमाबाग स्थित भवन में स्थापित इस धार्मिक लाइब्रेरी में अनेक महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथों और पुस्तकों का संग्रह किया गया है। यहां पर सनातन धर्म, योग, वेद, पुराण, उपनिषद, रामायण, महाभारत, भगवद गीता और अन्य आध्यात्मिक ग्रंथों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।



इस लाइब्रेरी में पाठकों को बैठकर अध्ययन करने की सुविधा प्रदान की गई है, लेकिन पुस्तकों को बाहर ले जाने की अनुमति नहीं होगी। यहां एक शांत और आध्यात्मिक वातावरण में पाठक धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन कर सकते हैं।





देवरहा बाबा से संबंधित दुर्लभ साहित्य उपलब्ध


लाइब्रेरी की विशेषता यह है कि इसमें देवरहा बाबा से जुड़ी दर्जनों दुर्लभ पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं। देवरहा बाबा को लेकर विभिन्न लेखकों और विद्वानों ने उनके आध्यात्मिक जीवन, उपदेशों और चमत्कारों पर लेख लिखे हैं, जिनका एक विशाल संग्रह इस लाइब्रेरी में मौजूद है। देवरहा बाबा, जिन्हें "योगियों के योगी" और "जीवित सिद्ध पुरुष" कहा जाता था, ने अपने जीवनकाल में भारत के अनेक संतों, राजनेताओं और आम जनता को आध्यात्मिक मार्गदर्शन दिया। उनके विषय में कई ग्रंथ और लेख प्रकाशित किए गए हैं, जिनमें उनके दिव्य ज्ञान और चमत्कारिक घटनाओं का उल्लेख मिलता है।


लाइब्रेरी में उनके प्रवचनों, शिक्षाओं और आध्यात्मिक मार्गदर्शन से जुड़ी दुर्लभ पुस्तकों का अध्ययन किया जा सकता है, जो आध्यात्मिक साधकों और शोधकर्ताओं के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।




धार्मिक अध्ययन के लिए एक महत्वपूर्ण पहल


प्रेमाबाग में स्थापित इस धार्मिक लाइब्रेरी का उद्देश्य सनातन संस्कृति, धार्मिक अध्ययन और आध्यात्मिक ज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाना है। यह लाइब्रेरी न केवल श्रद्धालुओं बल्कि धर्म, दर्शन और इतिहास के शोधकर्ताओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण स्रोत होगी।

देवरहा बाबा सेवा समिति की इस पहल को स्थानीय लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है और आने वाले समय में इसे और अधिक समृद्ध बनाने की योजना पर भी विचार किया जा रहा है।



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