कोरिया, 5 फरवरी 2025। जिले में जल जीवन मिशन के कार्यों की धीमी गति को लेकर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। 17 जनवरी 2025 को जिला कलेक्टर एवं अध्यक्ष, जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में योजनाओं की प्रगति असंतोषजनक पाई गई। बैठक के दौरान यह सामने आया कि ठेकेदारों द्वारा निर्धारित समय-सीमा में कार्यों को पूरा नहीं किया जा रहा है। इस लापरवाही पर 6 ठेकेदारों को अनुबंध की धारा 3 के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
समय-सीमा में सुधार नहीं, प्रशासन ने लिया कड़ा फैसला
प्रशासन द्वारा दिए गए 10 दिनों के नोटिस के बाद भी अपेक्षित सुधार नहीं हुआ, जिसके चलते एक ठेकेदार का अनुबंध निरस्त कर दिया गया। अन्य 5 ठेकेदारों को अनुबंध की धारा 2 के तहत दोषी पाया गया, और इनके भुगतान में 6% राशि रोकने के आदेश दिए गए हैं।
लाखों रुपये का आर्थिक दंड वसूला जाएगा
इसके अतिरिक्त, इन ठेकेदारों पर आर्थिक दंड भी लगाया गया है। प्रशासन ने उनके देयकों से निम्नलिखित राशि वसूलने के आदेश जारी किए हैं—
1.36 लाख रुपये
0.87 लाख रुपये
0.26 लाख रुपये
0.49 लाख रुपये
0.80 लाख रुपये
सख्त निर्देश, लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी
जिला प्रशासन ने कार्यपालन अभियंता एवं सदस्य सचिव, जिला जल एवं स्वच्छता मिशन, कोरिया को निर्देशित किया है कि इन आदेशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए।प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि जल जीवन मिशन के कार्यों में देरी अब किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर आगे भी कोई ठेकेदार कार्यों में लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जल जीवन मिशन में तेजी लाने की जरूरत
जल जीवन मिशन का उद्देश्य हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना है, लेकिन कार्यों की धीमी प्रगति के कारण आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की इस सख्ती से उम्मीद जताई जा रही है कि जल जीवन मिशन के तहत कार्यों में तेजी आएगी और जिले के लोगों को जल्द ही स्वच्छ जल की सुविधा मिल सकेगी।