भरतपुर, 25 फरवरी 2025। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 में मतगणना के दौरान भारी लापरवाही का मामला सामने आया है। मतदान केंद्र क्रमांक 137, प्राथमिक शाला ओहनिया में नियुक्त मतदान दल द्वारा तैयार गणना पर्ची (परिशिष्ट 28) में उम्मीदवारों को मिले मतों की संख्या में गंभीर त्रुटि पाई गई।
मतदान दल में शामिल पीठासीन अधिकारी टुकेश्वर पटेल, मतदान अधिकारी क्रमांक 01 सुनील कुमार यादव, मतदान अधिकारी क्रमांक 02 अजय यादव और मतदान अधिकारी क्रमांक 03 अरविंद्र कुमार सिंह ने जो गणना पर्ची तैयार की, उसमें उम्मीदवार जगत बहादुर सिंह को मिले 17 मतों को जयकरण सिंह के खाते में दर्ज कर दिया गया, जबकि जयकरण सिंह को मिले 62 मतों को जगत बहादुर सिंह के खाते में दिखा दिया गया।
हैरानी की बात यह है कि इस गड़बड़ी के बावजूद अभ्यर्थियों ने इसे "रफ टाइप" पर्ची मानते हुए इस त्रुटिपूर्ण गणना को स्वीकार कर लिया और केवल पर्ची में "एरो" का निशान लगाकर इसे सही मानने की बात कही। इस पूरी प्रक्रिया में न तो किसी अभ्यर्थी का हस्ताक्षर लिया गया और न ही इस त्रुटि को सही ढंग से सुधारने की कोई कोशिश की गई।
चौंकाने वाली बात यह है कि पीठासीन अधिकारी ने दो दिन बाद बिना किसी अधिकारिक मंजूरी के मनमाने तरीके से नया गणना पत्रक तैयार कर लिया। इस तरह की लापरवाही चुनाव जैसे संवेदनशील कार्य में न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े करता है।
इस पूरे मामले को लेकर भरतपुर के रिटर्निंग ऑफिसर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस गड़बड़ी को स्वीकार किया है, लेकिन अब तक दोषियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इस मामले में जिला प्रशासन से मांग की जा रही है कि जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न दोहराई जाए।