बैकुण्ठपुर। भाजपा से निष्कासित नेता विपिन बिहारी जायसवाल ने पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) पवन साय को पत्र लिखकर अपने निष्कासन को अनुचित और अन्यायपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि बिना किसी सुनवाई का अवसर दिए, झूठे आरोप लगाकर उनकी प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर दी गई।
पत्र में जायसवाल ने आरोप लगाया कि जिला अध्यक्ष द्वारा पार्टी पदाधिकारियों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी और अनुशासनहीनता का झूठा लांछन लगाकर मनमाने ढंग से उन्हें निष्कासित किया गया। उन्हें निष्कासन की जानकारी सीधे देने के बजाय प्रिंट और सोशल मीडिया में सार्वजनिक कर दिया गया, जो अनुचित और तानाशाहीपूर्ण रवैया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा में 40 वर्षों से निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में काम कर चुके हैं और पार्टी की रीति-नीति में उनकी पूरी आस्था है। उन्होंने युवा मोर्चा जिला महामंत्री, भाजपा मंडल उपाध्यक्ष, जनपद सदस्य, उपसरपंच, जनपद उपाध्यक्ष और कृषि उपज मंडी संचालक जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है।
उन्होंने निष्कासन को व्यक्तिगत दुर्भावना से प्रेरित बताते हुए कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांगने का अधिकार है, और टिकट चयन प्रक्रिया जनाधार एवं लोकप्रियता के आधार पर होती है।
अंत में, उन्होंने पवन साय से निष्कासन की निष्पक्ष जांच कराने और तत्काल इसे समाप्त करने की मांग की है।