कोरिया, 16 जनवरी 2025। कोरिया जिले में पंचायती राज संस्थाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए चलाए जा रहे सक्षम अभियान ने सफलता की नई कहानी लिखी है। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देशन और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी के नेतृत्व में यह अभियान तीनों स्तरों—जिला पंचायत, जनपद पंचायत, और ग्राम पंचायत के आर्थिक सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित हो रहा है।
2.5 करोड़ रुपये से अधिक की आय अर्जित
वित्तीय वर्ष 2024-25 के दिसंबर माह तक जिले की पंचायतों ने 2.5 करोड़ रुपये से अधिक की आय अर्जित की है। वित्तीय वर्ष के अंत तक यह आंकड़ा 3 करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है। पंचायतों ने यह उपलब्धि कर संग्रहण और आय के अन्य स्रोतों को सक्रिय करके हासिल की है।
जिला पंचायत: आय के स्रोतों का विस्तार
जिला पंचायत ने विभिन्न माध्यमों से 70 लाख रुपये की आय अर्जित की है।
दुकानों की नीलामी: 65 लाख रुपये
दुकानों के किराए से: 1.56 लाख रुपये (मासिक)
तालाब लीज से: 1.35 लाख रुपये
जनपद पंचायतों का योगदान
जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर और सोनहत ने तालाब लीज और किराये से 10 लाख रुपये की आय अर्जित की है।
ग्राम पंचायतें: विकास की नई इबारत
ग्राम पंचायतों ने सक्रिय भागीदारी निभाते हुए 1.71 करोड़ रुपये से अधिक की आय अर्जित की है।
संपत्ति, वृत्ति, बाजार और प्रकाश कर से: 95.46 लाख रुपये
जल कर से: 22.31 लाख रुपये
तालाब लीज से: 7.35 लाख रुपये
भवन किराए से: 14 लाख रुपये
मोबाइल टावरों से: 14.80 लाख रुपये
क्या कहते है कलेक्टर- सीईओ
कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा, "पंचायती राज संस्थाओं का आर्थिक सशक्तिकरण ग्रामीण विकास के लिए आवश्यक है। सक्षम अभियान ने न केवल पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाया है, बल्कि उन्हें अपने क्षेत्र में स्वतंत्र निर्णय लेने और विकास कार्यों के लिए सक्षम भी किया है।"
वही जिला पंचायत के सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा, "सक्षम अभियान ने पंचायतों को अपने आय स्रोतों को पहचानने और उन्हें सक्रिय करने की प्रेरणा दी है। इससे पंचायतें अब अधिक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर हो रही हैं।"
ग्रामीण विकास में सक्षम अभियान की भूमिका
यह अभियान पंचायती राज संस्थाओं को अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए स्वतंत्र और सशक्त बना रहा है। गांव, गरीब और ग्रामीणों के समग्र विकास के लिए यह पहल एक नई दिशा प्रदान कर रही है।