कोरिया, 17 जनवरी 2025। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में क्रियान्वित एकल और समूह नल जल योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने अधिकारियों और ठेकेदारों को निर्देशित किया कि वे गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करें और समय पर पानी टंकी व नल कनेक्शन उपलब्ध कराएं।
कलेक्टर ने कहा कि जल जीवन मिशन शासन की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामवासियों को साफ पेयजल उपलब्ध कराना है। उन्होंने पेयजल जैसे अत्यावश्यक कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही को अस्वीकार्य बताते हुए कहा कि सभी संबंधित विभाग और एजेंसियां समन्वय के साथ कार्य करें।
लापरवाही पर सख्त कार्रवाई
बैठक में 19 ठेकेदारों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, कार्यों में लापरवाही और उदासीनता बरतने पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सहायक अभियंता प्रखर बेले, उप अभियंता भूपेंद्र सिंह कोर्चे और सुश्री ज्योत्स्ना लकड़ा के वेतन रोकने का आदेश दिया।
जल जीवन मिशन की प्रगति
बैठक में बताया गया कि जिले के 130 ग्राम पंचायतों और 242 ग्रामों में कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) की संख्या 51,824 है, जबकि आईएमआईएस में दर्ज एफएचटीसी की संख्या 37,737 (72.82%) है। जिले के 22 ग्रामों में हर घर जल सर्टिफाइड हो चुका है। पिछली समीक्षा बैठक में कुल कार्यरत एफएचटीसी की संख्या 9,575 थी, जो अब बढ़कर 10,105 हो गई है।
समीक्षा बैठक में उपस्थित अधिकारी
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, ऊर्जा विभाग और क्रेडा के अधिकारी तथा ठेकेदार उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि परीक्षण और सत्यापन के कार्यों में तेजी लाएं, ताकि जल जीवन मिशन के तहत हर घर तक स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।