बैकुंठपुर। कोरिया जिला मुख्यालय में एसपी कार्यालय स्थापित करने के निर्णय का नागरिकों व छात्रों ने स्वागत किया है, लेकिन इसके लिए पीजी कॉलेज परिसर का चयन गंभीर विवाद का कारण बन गया है। शहरवासियों व कॉलेज प्रबंधन ने प्रशासन से करबद्ध निवेदन किया है कि इस निर्णय पर पुनर्विचार किया जाए, अन्यथा आने वाली पीढ़ियों के लिए यह निर्णय अभिशाप साबित होगा।
कहा गया है कि पीजी कॉलेज और कन्या महाविद्यालय मिलाकर करीब 3200 नियमित छात्र-छात्राएं यहां अध्ययनरत हैं। सीमित कैंपस के कारण पहले ही गर्ल्स कॉलेज को दो पालियों में कक्षाएं लगानी पड़ रही हैं, वहीं पीजी कॉलेज की आठ पीजी कक्षाएं पुराने मॉडल स्कूल भवन में संचालित की जा रही हैं। अब उसी भवन को एसपी कार्यालय के लिए देने से विद्यार्थियों की कठिनाइयाँ और बढ़ जाएँगी।
कॉलेज परिसर से ही सुंदरलाल शर्मा विश्वविद्यालय के डिस्टेंस एजुकेशन, व्यावसायिक परीक्षाएं, व्यापमं और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं का संचालन होता है। परीक्षा केंद्र बनने पर हजारों परीक्षार्थियों की भीड़ जुटती है, जबकि पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था आज भी नहीं है। कैंपस में ऑडिटोरियम, लाइब्रेरी, साइंस बिल्डिंग, स्टाफ क्वार्टर और खेल मैदान जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। नागरिकों का कहना है कि यदि भविष्य में बीसीए, एलएलबी, बीएड, डीएड और एमएससी जैसे नए कोर्स खुलते हैं तो छात्रों के लिए जगह की भारी समस्या खड़ी हो जाएगी।
जनप्रतिनिधियों, मीडिया, पूर्व छात्र-छात्रा नेताओं और नागरिक समाज से अपील की गई है कि वे इस जनहितकारी मुद्दे पर आवाज उठाएं। मांग की गई है कि एसपी कार्यालय का निर्माण किसी अन्य उपयुक्त स्थल पर किया जाए, ताकि उच्च शिक्षा और कानून-व्यवस्था दोनों के उद्देश्यों को बेहतर तरीके से पूरा किया जा सके।
नागरिकों ने यह भी सवाल उठाया है कि एसपी कार्यालय परिसर में सामान्यतः धारा 144 लागू रहती है। ऐसे में हजारों छात्रों की आवाजाही को लेकर सुरक्षा और अनुशासन संबंधी दिक्कतें खड़ी होंगी। पूर्व में जिला सहकारी बैंक को शहर से बाहर ले जाने का निर्णय भी भारी विरोध के चलते लागू नहीं हो पाया था। उसी तरह, कॉलेज परिसर में एसपी कार्यालय स्थापित करने के निर्णय पर भी व्यापक स्तर पर विरोध दर्ज कराया जा रहा है।
छात्रों व नागरिकों की स्पष्ट मांग है कि कॉलेज कैंपस को बचाते हुए एसपी कार्यालय के लिए किसी अन्य स्थान का चयन किया जाए।