सोनहत (बैकुंठपुर)। श्रावण मास के पावन अवसर पर सोनहत के दुर्गा पंडाल परिसर में स्थापित भगवान शिव की मूर्ति का विधिपूर्वक नामकरण कर उन्हें "सोनेश्वर महादेव" के नाम से अभिषिक्त किया गया। इस ऐतिहासिक और आध्यात्मिक अवसर पर जनपद अध्यक्ष आशा देवी, जिला पंचायत सदस्य शिवकुमारी, भाजपा मंडल अध्यक्ष राजा राम राजवाड़े समेत अनेक जनप्रतिनिधि, जनपद सदस्य, सनातन गौरव मंच के पदाधिकारी व क्षेत्रवासी मौजूद रहे।
पूजन-अर्चन के पश्चात पुरोहितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शिवलिंग का नामकरण "सोनेश्वर महादेव" किया गया। बताया गया कि "सोनेश्वर" का अर्थ है "सोने के समान तेजस्वी और दिव्य भगवान", जो भगवान शिव के एक पवित्र और प्राचीन स्वरूप को दर्शाता है। सोनहत क्षेत्र को स्वर्ण भूमि माना जाता है, जो 104 गांवों का आध्यात्मिक केंद्र है। यह क्षेत्र न केवल प्राकृतिक दृष्टि से समृद्ध है, बल्कि आध्यात्मिक और धार्मिक रूप से भी अत्यंत महत्व रखता है।
सोनेश्वर महादेव का आध्यात्मिक महत्व
भगवान शिव को सृजन और संहार दोनों का देवता माना जाता है। वे ब्रह्मा, विष्णु और महेश में से एक हैं। अब सोनहत में स्थापित सोनेश्वर महादेव की पूजा अर्चना श्रावण मास से ही नियमित रूप से आरंभ हो गई है। दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन हेतु पहुंच रहे हैं। लोगों की मान्यता है कि यह स्थल चमत्कारिक ऊर्जा से परिपूर्ण है।
सोनहत में पहली बार निकली कांवर यात्रा
सनातन गौरव मंच के तत्वावधान में सोनहत में पहली बार ओंकारेश्वर तीर्थ कैलाशपुर से सोनेश्वर महादेव तक कांवर यात्रा निकाली गई, जिसके उपरांत विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। आयोजन में श्रद्धालुओं ने रुद्राभिषेक, पूजन और प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
हर गांव में पहुंचेगा प्रसाद, मनाया जाएगा उत्सव
सनातन गौरव मंच की ओर से यह घोषणा की गई है कि सोनहत के 104 गांवों में स्थित देवालयों में विशेष पूजा की जाएगी और घर-घर सोनेश्वर महादेव का प्रसाद पहुंचाया जाएगा। मंच ने यह भी ऐलान किया कि आगामी महाशिवरात्रि पर सोनहत में भव्य मेले का आयोजन हर वर्ष किया जाएगा।
उपस्थित प्रमुख जनप्रतिनिधि
इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष आशा देवी सोनपाकर, जिला पंचायत सदस्य शिवकुमारी सोनपाकर, भाजपा मंडल अध्यक्ष राजा राम राजवाड़े, श्यामाधार (बच्ची यादव), मनोज साहू, सुरेश राजवाड़े, जनपद सदस्य सोनिया राजवाड़े, आलेशवरी गौतम, हिरमन सिंह, मुकेश चेरवा, दीपक जायसवाल, भीम राजवाड़े, दिलीप राजवाड़े, टिकेश्वर राजवाड़े, राजू साहू, जय प्रकाश राजवाड़े, बलवीर सिंह, रामू राजवाड़े, संतोष राजवाड़े, विवेक साहू, ललन राजवाड़े, अनिल सोनपाकर, अनिल गौतम, रिशु राजवाड़े, पिंटू गुप्ता सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु व क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।