सूरजपुर। बीते 27 जुलाई 2025 को शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सूरजपुर में आयोजित आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान एक विवाद ने तूल पकड़ लिया, जब परीक्षा में सम्मिलित हिंदू परीक्षार्थियों के हाथों से धार्मिक आस्था का प्रतीक "कलावा" जबरन काटे जाने का मामला सामने आया। इस मामले को लेकर हिंदू संगठनों ने परीक्षा केंद्र प्रभारी और दो आरक्षकों पर गंभीर आरोप लगाए थे।
हिंदू संगठनों ने इस घटना को सनातन धर्म की धार्मिक भावनाओं से जुड़ा मामला बताते हुए इसे अपमानजनक करार दिया। उन्होंने ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की, साथ ही चेतावनी दी कि यदि त्वरित कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। परीक्षा केंद्र के बाहर संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन भी किया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सूरजपुर कलेक्टर एस. जयवर्धन ने तत्काल संज्ञान लेते हुए 4 सदस्यीय जांच समिति का गठन कर दिया है। इस जांच दल की अध्यक्षता अनुविभागीय अधिकारी (रा) सूरजपुर करेंगे। अन्य सदस्यों में डिप्टी कलेक्टर, थाना प्रभारी कोतवाली सूरजपुर और शासकीय स्वामी आत्मानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य को शामिल किया गया है।
कलेक्टर ने आदेश में स्पष्ट किया है कि टीम 72 घंटे के भीतर मामले की निष्पक्ष जांच कर विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी। प्रशासन ने कहा है कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले किसी भी कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
फिलहाल जिला प्रशासन की इस त्वरित कार्रवाई से पीड़ित परीक्षार्थियों और स्थानीय संगठनों को कुछ राहत मिली है, लेकिन सभी की निगाहें अब जांच रिपोर्ट और उसके आधार पर होने वाली कार्रवाई पर टिकी हैं।