बैकुंठपुर/कोरिया। मनरेगा योजना के तहत ग्राम पंचायत सोनहत में स्वसहायता समूह शेड निर्माण कार्य में श्रमिक का भुगतान रोके जाने के मामले में लोकपाल कार्यालय ने जांच कर भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
शिकायतकर्ता चंद्रप्रकाश साहू द्वारा 31 अगस्त 2024 को की गई शिकायत के अनुसार, मनरेगा योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायत सोनहत में किए गए कार्य में उनके परिवार के सदस्यों द्वारा मजदूरी की गई थी, जिसका भुगतान ₹3,70,000 अब तक लंबित है। आरोप था कि सचिव और सरपंच द्वारा जानबूझकर यह भुगतान रोका गया।
लोकपाल मलखान सिंह द्वारा जारी निर्णय में बताया गया है कि प्राप्त दस्तावेजों व जांच के आधार पर यह प्रमाणित होता है कि शिकायतकर्ता का परिवार संबंधित निर्माण कार्य में संलग्न था और उन्हें भुगतान नहीं किया गया। इस आधार पर लोकपाल ने सचिव, जनपद पंचायत सोनहत और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को 90 दिनों के भीतर जांच कर भुगतान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
साथ ही, लोकपाल ने पूरे मामले की रिपोर्ट लोकपाल कार्यालय कोरिया को भेजने के निर्देश दिए हैं और आवश्यक कार्रवाई हेतु ग्रामोद्योग विभाग रायपुर एवं जिला समन्वयक मनरेगा को भी प्रतिवेदन भेजा गया है।
शिकायतकर्ता को न्याय दिलाने के इस निर्णय को मनरेगा कार्यकर्ताओं ने सराहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह के मामलों में सख्ती से कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में मजदूरों का हक न मारा जा सके।