चिरमिरी, 27 जुलाई 2025। एसईसीएल की चिरमिरी क्षेत्र स्थित एनसीपीएच माइंस के आर-6 खदान में रविवार को एक बार फिर दर्दनाक हादसा हो गया। इस हादसे में खदान में कार्यरत श्रमिक लल्लू प्रसाद की मौके पर ही मौत हो गई। घटना उस समय हुई जब वह अपने साथियों के साथ मशीन का बेल्ट बदलने का कार्य कर रहे थे। इसी दौरान अचानक उनका हाथ बेल्ट की चपेट में आ गया, जिससे गंभीर चोट लगने के कारण उन्होंने वहीं दम तोड़ दिया।
यह हादसा खदान में कार्यस्थल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। खदान जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में नियमों के अनुसार कार्य के दौरान श्रमिकों को उचित सुरक्षा उपकरण और सुपरवाइजर की निगरानी मिलनी चाहिए, किंतु इस मामले में प्राथमिक दृष्टि से सुरक्षा मानकों की घोर अनदेखी सामने आ रही है।
गौरतलब है कि आर-6 खदान में कुछ माह पूर्व भी एक श्रमिक की जान जा चुकी है। बावजूद इसके एसईसीएल प्रबंधन द्वारा सुरक्षा में कोई ठोस सुधार नहीं किया गया, जिससे यह घटना दोहराई गई। एसईसीएल द्वारा सुरक्षा जागरूकता के नाम पर "सेफ्टी वीक" जैसे कार्यक्रमों का आयोजन तो किया जाता है, लेकिन लगातार हो रहे हादसे इन अभियानों की प्रभावशीलता पर प्रश्नचिन्ह लगाते हैं।
जब इस संबंध में अधिकारियों से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
यह हादसा एक बार फिर खदानों में श्रमिकों की जान की सुरक्षा और कार्यस्थल पर प्रभावी सुरक्षा प्रोटोकॉल की आवश्यकता को रेखांकित करता है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन इस मामले में कितनी गंभीरता दिखाते हैं और क्या ठोस कदम उठाते हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।