"संसाधन नहीं तो काम नहीं"—कोरिया और सूरजपुर जिले में तहसीलदारों का आंदोलन जारी, राजस्व कामकाज ठप

Chandrakant Pargir

 


कोरिया/ सूरजपुर। छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के बैनर तले प्रदेशभर में तहसीलदार और नायब तहसीलदारों का चरणबद्ध आंदोलन सोमवार से शुरू हो गया है। "संसाधन नहीं तो काम नहीं" नारे के साथ जिला स्तर पर शुरू हुए इस प्रदर्शन के चलते कोरिया और सूरजपुर जिले में राजस्व विभाग का सारा कामकाज ठप पड़ गया।



कोरिया और सूरजपुर के तहसील कार्यालयों में सुबह से ही तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों ने कामकाज बंद कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे पटवारी, आरआई, आम जनता व अधिवक्ताओं को जरूरी कामों के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा।



प्रमुख मांगे और आंदोलन की पृष्ठभूमि:

संघ की 17 सूत्रीय मांगों में कार्यालय सहायक, कंप्यूटर ऑपरेटर, फील्ड स्टाफ की नियुक्ति, वाहन सुविधा, मोबाइल भत्ता, कार्यालय की मरम्मत, सुरक्षा व्यवस्था, पदोन्नति नियमों में संशोधन एवं वेतन विसंगतियों का निराकरण जैसी बुनियादी व्यवस्थाएं शामिल हैं।


संघ का कहना है कि जब तक संसाधन और सम्मान नहीं मिलेगा, तब तक काम भी नहीं होगा। जिला स्तर के इस प्रदर्शन के बाद:


29 जुलाई को संभाग स्तर पर

30 जुलाई को प्रांत स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा।



प्रशासन और आम जनता की चिंता-

इस आंदोलन से कोरिया और सूरजपुर जिले में जमीन संबंधी कार्य, नामांतरण, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र जैसे महत्वपूर्ण कार्य रुक गए हैं। जिससे आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, प्रशासनिक हलकों में भी इस आंदोलन को लेकर हलचल मची हुई है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को जल्द नहीं माना, तो वे आगे काम का पूरी तरह बहिष्कार करने पर मजबूर होंगे।


#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!