कोरिया, बैकुंठपुर। जनपद पंचायत बैकुंठपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत रामपुर में जलसंरक्षण को लेकर ग्रामीणों की चिंता बढ़ती जा रही है। रामपुर स्थित एसईसीएल के रेस्क्यू कार्यालय के सामने से स्टॉपडेम तक जाने वाली सड़क के किनारे बहने वाले बैगन नाले पर वर्षों पूर्व बना स्टॉपडेम अब अपना उद्देश्य पूरा नहीं कर पा रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि पहले यह स्टॉपडेम किसानों के लिए जीवनदायिनी था। नाले से निकला पानी खेतों तक पहुंचता था और फसल के लिए एक बड़ा सहारा बनता था। परंतु हाल ही में पंचायत द्वारा लगाए गए नए गेट पानी को रोकने में विफल साबित हुए। पानी बिना किसी अवरोध के बहता चला गया, जिससे स्टॉपडेम अब पूरी तरह खाली हो चुका है।
किसानों ने स्वयं बोरी और अन्य अस्थायी साधनों से पानी को रोकने की कोशिश की, लेकिन यह प्रयास भी सफल नहीं हो सका। वर्तमान में स्टॉपडेम में एक बूंद भी पानी नहीं है, जबकि नाले के दूसरे हिस्से में पानी जमा हो गया है, जिसे कोई उपयोग नहीं कर पा रहा है।
बारिश से पहले जरूरी है समाधान
स्थानीय किसान और ग्रामीणों ने चिंता जताते हुए कहा कि वर्षा ऋतु आने वाली है और यदि समय रहते इस स्टॉपडेम में प्रभावी गेट नहीं लगाए गए, तो जल का बहाव व्यर्थ हो जाएगा और आगामी फसल सीजन में जल संकट गहरा सकता है। ग्रामीणों ने आग्रह किया है कि पुराने मॉडल की तर्ज पर मजबूत और टिकाऊ गेट लगाए जाएं ताकि बारिश का जल संरक्षित हो सके।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों का स्पष्ट कहना है कि जिस प्रकार के गेट वर्तमान में लगाए गए हैं, वे पूरी तरह अनुपयोगी हैं। ऐसे गेट दोबारा न लगाए जाएं। पंचायत और संबंधित विभाग से मांग की गई है कि एक स्थायी समाधान के तहत तकनीकी रूप से सशक्त जलगेट लगाया जाए जिससे आने वाले समय में जलसंरक्षण की दिशा में सकारात्मक बदलाव आ सके।
यह मामला न केवल किसानों की आजीविका से जुड़ा है, बल्कि स्थानीय जल प्रबंधन और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की दिशा में भी अहम कदम साबित हो सकता है।