लालमुनि यादव की कुर्सी गई, 12 अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में और 3 विरोध में पड़े वोट, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी डटे रहे मौके पर, पूरी इनसाइड स्टोरी पढ़िए

Chandrakant Pargir




बैकुण्ठपुर(कोरिया) 23 अगस्त। आखिरकार कोरिया जिले शिवपुर चरचा नगर पालिका की अध्यक्ष लालमुनि यादव की कुर्सी चली ही गई, पूर्व से ही माना जा रहा था कि 15 पार्षदों में 12 पार्षद उनके खिलाफ है।

आपको बता दे आज 23 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर वोटिंग होनी थी जिसे लेकर प्रशासन ने सभी तैयारियां एक दिन पूर्व ही पूरी कर ली थी, आज 12 बजे से वोटिंग के पहले सभी 15 पार्षद नगर पालिका भवन ले अंदर चले गए थे, अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 12 जबकि विपक्ष में मात्र 3 वोट पड़े। इस तरह लालमुनि यादव की कुर्सी चली गई।



बिहार के नीतीश बने प्रदीप तिवारी

प्रदीप तिवारी चरचा नगर पालिका की राजनीति में एक ऐसा नाम है जो बीते 20 साल से 15 नंबर वार्ड के पार्षद रहे एक बार इनकी पत्नी और 3 बार प्रदीप तिवारी पार्षद रहे, पलटने में इन्हें बिहार के नीतीश कुमार की तरह देखा जाता है, भाजपा से नाराजगी की कई बार खबर आई, एक बार अध्यक्ष के लिए निर्दलीय चुनाव लड़े, फिर कांग्रेस में गए औऱ अब वापस भाजपा में लौटकर आए है, अब देखना है कि फिर भाजपा में रहते ये क्या विकास कर पाते है?


अब अगला अध्यक्ष कौन


भाजपा की जीत के बाद वार्ड नंबर 7 के पार्षद अरुण जायसवाल, वार्ड नंबर 5 के निर्दलीय पार्षद संतोषी एक्का अध्यक्ष पद की दावेदारी में सबसे आगे माने जा रहे है। अब देखना है किसकी किस्मत चमकती है, वैसे अरुण जायसवाल दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे है।



काफी रही गहमागहमी


इससे पहले आज वोटिंग को लेकर काफी गहमागहमी रही, भाजपा के दिग्गज नेता व स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल स्वयं वोटिंग के दौरान उपस्थित रहे, इसके अलावा भाजपा के स्थानीय विधायक भइया लाल राजवाडे सहित काफी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति देखी गई, वही कांग्रेस ने इस मामले में एक कमेटी का गठन भी किया था, कांग्रेस के जिला प्रदीप गुप्ता, पूर्व विधायक अम्बिका सिंहदेव के साथ काफी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।



एकला चलो की नीति से उतर गई कुर्सी


नगर पालिका शिवपुर चरचा में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चर्चा आम है कि अध्यक्ष लालमुनि यादव की कार्यशैली ठीक थी पर नगर पालिका का संचालन कोई और के जिम्मे था, और वहां एकला चलो की नीति पर काम किया जा रहा था, यही कारण था कि खुद कांग्रेस में भी अध्यक्ष ल विरोध शुरू हो गया, जिस दिन अविश्वास प्रस्ताव की सूचना जारी  हुई, 5 भाजपा, 2 निर्दलीय और 3 कांग्रेस के पार्षदों के मोबाइल बन्द हो गए थे। जबकि 5 कांग्रेस के पार्षद अध्यक्ष के साथ खड़े देखे जा रहे थे।



कार्यकाल में पार्कों की रही भरमार


शिवपुर चरचा नगर पालिका में विकास की बात करे तो एसईसीएल की भूमि पर  कई पार्क बनाए गए, नेपाल गेट पर बिसाहू दास पार्क, उसी के बग़ल में इंदिरा पार्क, महाराणा प्रताप कॉलोनी के सामने एक पार्क निर्माणाधीन है जिसका नामकरण बाकी है, सरस्वती शिशु मंदिर ले सामने एक चौक का निर्माण किया गया उसका नाम इंदिरा गांधी चौक रखा, सुभाष नगर पेट्रोल पंप के सामने एसईसीएल की भूमि पर चौपाटी का निर्माण किया गया पर उसे पार्किंग बना दिया गया, सुभाष नगर चौक में फुवारा चौक को तोड़कर सुभाष चंद्र बोस चौक ल निर्माण किया गया जो देख रेख की अभाव के जीर्णशीर्ण हो रहा है। कुछ लोगो का कहना है कि विवेकानंद कॉलोनी में साई मंदिर बनाने के नाम पर भूमि ली गई, परंतु उंसमे ओपन जिम शुरू कर दिया गया, उसकी भी हालत जर्जर हो चुकी है। इसी तरह लाखो रुपये की एलएसडी लाइट स्ट्रीट लाइट के पोल में लगाई गई आज वो सब बन्द पड़ी हुई है। सुभाष नगर औऱ पुराना चरचा थाने के बीच बनी दुकानों के आबंटन को लेकर भी कई सवाल खड़े हुए है। छठ घाट चरचा में पुलिया और सड़क कननिर्माण किया गया, बरसात में  ही दोनो की स्थिति जर्जर हो गई। 

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