मनेन्द्रगढ़। (MCB) जिले के शिक्षा विभाग में युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को लेकर एक बार फिर से विवाद गहरा गया है। “इनसाइड स्टोरी” द्वारा पूर्व में उजागर की गई खबर के बाद जहां मनेन्द्रगढ़ बीईओ को निलंबित कर दिया गया था, वहीं अब एक और अनियमितता को लेकर शिक्षक संघ ने मोर्चा खोल दिया है।
इस बार मामला सहायक शिक्षक ई.एल.बी. श्रीमती अरनिमा जायसवाल का है, जिन्हें जिला शिक्षा अधिकारी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (छ.ग.) द्वारा नियमों को ताक पर रखकर प्रा. शा. बोरीडांड, विकासखण्ड मनेन्द्रगढ़ में युक्तियुक्तकरण आदेश के तहत पदस्थ कर दिया गया है। जबकि प्रा. शा. बोरीडांड का नाम 29 मई 2025 को प्रकाशित अतिशेष शिक्षकों की अधिकृत सूची में था ही नहीं।
शिक्षक संघ का आरोप है कि श्रीमती अरनिमा जायसवाल को अतिशेष घोषित करने की प्रक्रिया में पहले ही गंभीर अनियमितता हुई। उनके स्थान पर वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती संध्या सिंह को अतिशेष दर्शा दिया गया था। बाद में शिकायत के बाद सुधार किया गया और बीईओ को इस गड़बड़ी के चलते निलंबित भी किया गया।
लेकिन यहीं मामला नहीं रुका। शिक्षिका संध्या सिंह को, जिन्हें माडीसरई स्कूल आबंटित किया गया था, आज तक न तो कार्यमुक्त किया गया और न ही उनकी पदस्थापना की औपचारिकता पूरी की गई। इसके विपरीत, श्रीमती अरनिमा जायसवाल को जिस स्कूल का नाम ही सूची में नहीं था, वहां पदस्थ करने का आदेश जारी कर दिया गया।
शिक्षक संघ ने इस गंभीर गड़बड़ी और पक्षपातपूर्ण प्रक्रिया को लेकर कलेक्टर, जिला एम.सी.बी. को ज्ञापन सौंपते हुए जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश क्रमांक 1666/युक्तियुक्तकरण/टी.संवर्ग/2025 दिनांक 13/06/2025 को तत्काल निरस्त करने की मांग की है।
संघ ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही यह आदेश रद्द नहीं किया गया तो वे उच्च न्यायालय की शरण लेंगे और आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जवाबदेही शासन-प्रशासन की होगी।
इस पूरे मामले में "इनसाइड स्टोरी" की पड़ताल के बाद जिला प्रशासन पहले ही एक्शन मोड में है। शिक्षक संघ द्वारा अब सीधे कलेक्टर से शिकायत किए जाने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या जिला प्रशासन इस बार भी उसी तेजी से कदम उठाता है या मामला और भी तूल पकड़ता है।
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