रायपुर/जगदलपुर/मनेन्द्रगढ़, 6 जून 2025। राज्य में शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण (Rationalisation) की प्रक्रिया पर एक बार फिर से सवाल उठने लगे हैं। जहां बस्तर जिले में खण्ड शिक्षा अधिकारी (BEO) मानसिंह भारद्वाज को इस प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताओं के चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, वहीं मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (एमसीबी) जिले में भी इसी तरह की गड़बड़ियों को लेकर शिक्षकों ने आपत्ति जताई है।
बस्तर संभाग के कमिश्नर डोमन सिंह के अनुमोदन पर प्रभारी कलेक्टर ने यह निलंबन आदेश जारी किया। BEO भारद्वाज पर आरोप है कि उन्होंने युक्तियुक्तकरण सूची में गलत और भ्रामक जानकारी प्रस्तुत की, जिससे कई शिक्षक प्रभावित हुए और पूरे स्थानांतरण प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए।
वहीं, एमसीबी जिले की शिक्षिका श्रीमती संध्या देवी सिंह ने जिला कलेक्टर को आवेदन देकर बताया है कि उन्हें युक्तियुक्तकरण सूची में शामिल कर दिया गया है, जबकि वे पूर्व में अन्य संस्था में कार्यभार ग्रहण कर चुकी हैं और वर्तमान में वरिष्ठता सूची में नहीं आतीं। उन्होंने इस प्रक्रिया की जांच नियमानुसार करने की मांग की है।
शिक्षिका द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज़ में यह भी उल्लेख है कि उन्हें 2011 में कार्यभार ग्रहण करने के बाद 2011 में ही नवीन संस्था में स्थानांतरित कर दिया गया था। इसके बावजूद उन्हें सूची में शामिल किया जाना प्रशासनिक चूक का संकेत देता है।
शिक्षकों और संघों ने मांग की है कि राज्य स्तर पर एक उच्च स्तरीय समिति गठित कर युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया की समीक्षा की जाए, जिससे ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो और शिक्षकों के हित सुरक्षित रहें।
राज्य शिक्षा विभाग अब इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए पूरे प्रदेश में युक्तियुक्तकरण से संबंधित शिकायतों की समीक्षा के लिए निर्देश जारी कर सकता है।