चिरमिरी, 6 जून 2025
नगर पालिक निगम चिरमिरी में एक संभावित भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, जिसमें निगम के वाहनों के लिए फर्जी बीमा प्रमाण पत्रों का उपयोग किए जाने की शिकायतें मिली हैं। यह मामला उस समय और गंभीर हो गया जब पूर्व महापौर श्रीमती कंचन जयसवाल के कार्यकाल के दौरान इन बीमा दस्तावेजों के जरिए निगम स्तर पर बड़े पैमाने पर अनियमितताओं की आशंका जताई गई।
इस मामले की पुष्टि नगर निगम चिरमिरी के वर्तमान महापौर राम नरेश राय ने की। उन्होंने बताया कि उन्हें मीडिया माध्यमों से इन शिकायतों की जानकारी मिली, जिसके बाद उन्होंने तत्काल नगर निगम आयुक्त को जांच दल गठित करने और समूचे मामले की निर्देशपूर्वक जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
फर्जी दस्तावेजों की गंभीरता पर महापौर गंभीर
महापौर राय ने बताया कि पहले भी निगम में फर्जी बीमा प्रमाण पत्रों का संज्ञान लिया गया था और अब पुनः ऐसी शिकायतें सामने आ रही हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि मामला व्यवस्थित तरीके से किए गए भ्रष्टाचार का हो सकता है।
उन्होंने कहा कि,
> "जनहित में भ्रष्टाचार के विरुद्ध हमारी 'शून्य सहिष्णुता' की नीति पर हम दृढ़ हैं और इस मामले में भी कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।"
निगम प्रशासन अलर्ट मोड में
नगर निगम चिरमिरी के आयुक्त को विगत वर्षों के सभी बीमा प्रमाण पत्रों की जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही बीमा एजेंसियों और संबंधित अधिकारियों की भूमिका की भी गहराई से जांच की जाएगी।
इस प्रकरण ने नगर निगम में पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि जांच में घोटाले की पुष्टि होती है, तो यह हाल के वर्षों में निगम स्तर पर सामने आया एक बड़ा भ्रष्टाचार का मामला हो सकता है।