कोरिया, 6 जून 2025। जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आदिवासी क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास हेतु 'धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (डीए-जेजीयूए)' अंतर्गत 'धरती आबा अभियान – जागरूकता और लाभ संतृप्ति शिविर' का आयोजन 15 जून से 30 जून 2025 तक किया जाएगा। इस विशेष अभियान के तहत कोरिया जिले के 154 गांवों का प्रारंभिक चयन किया गया है, जहां 50 प्रतिशत या 500 से अधिक जनजातीय आबादी निवास करती है।
जिला कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचाना है। गांवों में गैप आइडेंटिफिकेशन के आधार पर लाभार्थियों की पहचान कर व्यापक स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गई है।
शिविरों में मिलेंगी ये सुविधाएं
15 से 30 जून तक आयोजित होने वाले इन शिविरों में नागरिकों को विभिन्न विभागीय सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जाएंगी। इनमें शामिल हैं:
वयोवृद्ध कार्ड, आधार कार्ड, राशन कार्ड
जाति, निवास प्रमाण पत्र
आयुष्मान भारत कार्ड, पीएम किसान सम्मान निधि
किसान क्रेडिट कार्ड, उज्ज्वला गैस कनेक्शन
जन धन खाता, जीवन बीमा
वृद्धावस्था, विधवा, दिव्यांग पेंशन
मनरेगा, मुद्रा लोन, पीएम विश्वकर्मा योजना
टीकाकरण, आंगनबाड़ी से संबंधित लाभ आदि।
संपूर्ण विभागीय समन्वय और डिजिटल सेवाएं
अभियान में स्वास्थ्य, खाद्य, समाज कल्याण, कृषि, ग्रामीण विकास, पंचायत, राजस्व सहित अन्य विभागों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के माध्यम से आधार, ई-केवायसी और आवश्यक दस्तावेजीकरण की सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी।
जन सहभागिता और निगरानी व्यवस्था
लाभार्थियों की पहचान, जागरूकता और भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और स्थानीय स्वयंसेवकों की सहायता ली जा रही है। घर-घर जाकर संतृप्ति कार्ड वितरित किए जा रहे हैं। साथ ही, व्यापक प्रचार-प्रसार और निगरानी के लिए विशेष रिपोर्टिंग प्रणाली विकसित की गई है, जिससे शिविरों की प्रगति और लाभ वितरण की जानकारी वास्तविक समय में एकत्र की जा सकेगी।
जन सामान्य से अपील
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने जिले के सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इन शिविरों में अधिक से अधिक संख्या में भाग लें और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। यह अभियान भारत को सशक्त, समावेशी और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
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