गुरु घासीदास तमोर पिंगला टाइगर रिज़र्व में भारी वित्तीय अनियमितता का आरोप, कांग्रेस नेता डॉ. विनय शंकर सिंह ने उठाए गंभीर सवाल- कहा "कार्रवाई करने वाले अफसर को ही हटा दिया गया"

Chandrakant Pargir

 


कोरिया 5 मई।  गुरु घासीदास तमोर पिंगला टाइगर रिज़र्व में जारी वित्तीय अनियमितताओं को लेकर कांग्रेस नेता डॉ. विनय शंकर सिंह ने भाजपा सरकार और टाइगर रिज़र्व के संचालक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि स्टॉपडेमो के निर्माण से पहले ही राशि आहरित कर ली गई, और जेम पोर्टल से सामग्री खरीदी गई — लेकिन बड़ा सवाल यह है कि सामग्री किसने खरीदी, किसने लगाई, और क्या वही सामग्री उपयोग की गई जिसकी खरीद दर्शाई गई?


डॉ. सिंह ने कहा, "टाइगर रिज़र्व के संचालक की भूमिका पूरी तरह संदिग्ध है। उन्हें सब कुछ पता है, लेकिन सवालों से बचा जा रहा है।" उन्होंने इस मामले को सबसे पहले उजागर करने के लिए 'इनसाइड स्टोरी' टीम को धन्यवाद भी दिया।


इस मामले में राज्य सरकार द्वारा वन विभाग की तत्कालीन सचिव ऋचा शर्मा को हटाए जाने पर भी उन्होंने नाराज़गी जताई। डॉ. सिंह ने कहा, "ऋचा शर्मा ने ही इस मामले की जांच के निर्देश दिए थे और अचानकमार से जांच टीम भेजी गई थी। लेकिन रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं हुई है। इसके बावजूद संचालक के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि वह कार्यालय का मुखिया है।"


उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "टाइगर रिज़र्व में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है। और जब कोई अधिकारी इस पर कार्रवाई की सोचता है, तो उसे ही पद से हटा दिया जाता है। इससे साफ है कि सरकार भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे रही है।"

डॉ. विनय शंकर सिंह ने इस मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।


 

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