5 साल बाद फिर बैकुंठपुर में बर्ड फ्लू की दस्तक, नागरिकों में दहशत, नष्ट किये गए चूजे, अंडे, मुर्गियां और बटेर

Chandrakant Pargir

 


कोरिया। जिले में एक बार फिर बर्ड फ्लू की पुष्टि होने से नागरिकों में दहशत का माहौल है। जिला मुख्यालय बैकुंठपुर स्थित शासकीय कुक्कुट पालन केंद्र में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए केंद्र में मौजूद सभी चूजों, अंडों, मुर्गियों और बटेरों को नष्ट कर दिया।


रातभर चला नष्ट करने का अभियान


रातभर चले इस अभियान में कुल 19095 अंडे, 9998 चूजे, 2487 एडल्ट मुर्गियां और 2448 बटेरों को नष्ट किया गया। पशु चिकित्सा सेवाओं की उप संचालक विभा सिंह बघेल के नेतृत्व में पूरा अमला रातभर इस प्रक्रिया में जुटा रहा। सभी पक्षियों को केंद्र के भीतर ही खोदे गए गड्ढों में दफनाया गया ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।




संक्रमण रोकने के लिए सेनिटाइजेशन जारी


पक्षियों को नष्ट करने के बाद अब केंद्र को पूरी तरह से सेनिटाइज किया जा रहा है। तमाम केमिकल का छिड़काव कर संक्रमण को फैलने से रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और नागरिकों से भी सतर्क रहने की अपील की गई है।


2020 में भी हुआ था संक्रमण का खुलासा


यह पहली बार नहीं है जब इस केंद्र में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं। इससे पहले जनवरी 2020 में भी इसी केंद्र में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद पशु विभाग के तत्कालीन निदेशक आर. प्रसन्ना तीन सदस्यीय दल के साथ यहां पहुंचे थे। उस समय केंद्र को सील कर दिया गया था और अगले छह महीनों तक हर 15 दिन में सेंपल भोपाल भेजे गए थे।


नागरिकों से सतर्क रहने की अपील


प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की मुर्गी या पक्षी उत्पादों के सेवन से पहले पूरी सावधानी बरतें। संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से यह वायरस मनुष्यों में भी फैल सकता है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य संकट उत्पन्न हो सकता है।

बर्ड फ्लू की इस नई लहर ने जिले में फिर से चिंता बढ़ा दी है। प्रशासन संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है, लेकिन आम जनता की सतर्कता भी उतनी ही जरूरी है।




 

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