बैकुण्ठपुर में जल संकट: गेज नदी में नाले का गंदा पानी मिलने से बढ़ा प्रदूषण, नेता प्रतिपक्ष ने मांगा स्थायी समाधान

Chandrakant Pargir

 


बैकुण्ठपुर (कोरिया) – बैकुण्ठपुर नगर के जीवनदायिनी गेज नदी में शहर की सभी नालियों का गंदा और प्रदूषित पानी छोड़े जाने के कारण क्षेत्र में जल संकट गहराता जा रहा है। स्वच्छ पेयजल की समस्या और बढ़ते प्रदूषण को लेकर नगरवासियों में गहरी नाराजगी है। इसी मुद्दे को लेकर वार्ड क्रमांक 16 की पार्षद एवं जिला कांग्रेस कमेटी की महामंत्री अन्नपूर्णा प्रभाकर सिंह ने कलेक्टर कोरिया को ज्ञापन सौंपते हुए इस गंभीर समस्या पर स्थायी समाधान की मांग की है।

ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि गेज नदी नगर पालिका क्षेत्र के हजारों नागरिकों के जल आपूर्ति का एकमात्र स्रोत है। लेकिन नगर पालिका की लापरवाही के चलते शहर की सभी नालियों का गंदा पानी इसी नदी में छोड़ा जा रहा है, जिससे न केवल जल प्रदूषण बढ़ रहा है, बल्कि नगरवासियों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है।

अन्नपूर्णा सिंह ने इस विषय को केवल स्वच्छता या जल संकट तक सीमित न रखते हुए इसे नागरिकों के स्वास्थ्य, धार्मिक आस्था और मानवाधिकारों से जुड़ा एक संवेदनशील मुद्दा बताया है। उन्होंने कहा कि इस नदी का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है, जहां प्रतिदिन सैकड़ों लोग स्नान, पूजन और अन्य धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। इसके बावजूद नदी में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों के विश्वास और परंपराओं को ठेस पहुंच रही है।

उन्होंने कलेक्टर से मांग की है कि –

1. आधुनिक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) की स्थापना की जाए, ताकि गेज नदी में गंदे नाले का पानी जाने से रोका जा सके।


2. वैकल्पिक जल स्रोत विकसित किए जाएं, ताकि भविष्य में नदी के सूखने की स्थिति में नगर को जल संकट का सामना न करना पड़े।


3. नगर के हर घर तक स्वच्छ एवं शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की प्रभावी व्यवस्था की जाए।



ज्ञापन में यह भी बताया गया कि इस गंभीर समस्या को लेकर पूर्व में भी कई बार प्रशासन को अवगत कराया गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने कलेक्टर से इस जनहित के मुद्दे पर त्वरित निर्णय लेते हुए आवश्यक कार्यवाही करने की अपील की है।


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