अंबिकापुर। शहर में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करने वाली एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। शासकीय राजमोहनी देवी गर्ल्स कॉलेज में बी.कॉम सेकंड ईयर की छात्रा खुशी दुबे का शनिवार शाम करीब 5 बजे दिनदहाड़े अज्ञात युवकों द्वारा अपहरण कर लिया गया। इस घटना से पूरे शहर में सनसनी फैल गई है, जबकि पुलिस अब तक छात्रा का कोई सुराग नहीं लगा पाई है।
परिजनों का बुरा हाल, संदेह के घेरे में आए युवक निकले निर्दोष
खुशी दुबे के बौरीपारा निवासी परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने कुछ युवकों पर संदेह जताया था, लेकिन जब पुलिस ने उन युवकों के घरों में छापा मारा तो सभी अपने-अपने घरों में मौजूद मिले। इससे मामले की गुत्थी और उलझ गई है।
पुलिस जांच में जुटी, अब तक हाथ खाली
मणिपुर थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है, लेकिन अपहरण के 24 घंटे बीतने के बाद भी छात्रा का कोई पता नहीं चल पाया है। पुलिस कॉल डिटेल्स और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है।
पूर्व डिप्टी सीएम ने उठाए कानून व्यवस्था पर सवाल
छात्रा के दिनदहाड़े अपहरण को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव ने शहर की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस तरह से सुरक्षित माने जाने वाले इलाकों में भी अपराधिक घटनाएं हो रही हैं, तो आम जनता का सुरक्षित महसूस करना मुश्किल हो जाएगा।
परिवार ने की जल्द कार्रवाई की मांग
खुशी दुबे के परिवार ने पुलिस प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तेज और सख्त जांच की मांग की है ताकि उनकी बेटी को जल्द से जल्द सुरक्षित वापस लाया जा सके।
शहर में दहशत का माहौल
इस घटना के बाद अंबिकापुर में लोगों में दहशत है। खासकर कॉलेज जाने वाली छात्राओं और उनके परिजनों में डर का माहौल है। आम जनता ने भी इस घटना की निंदा करते हुए पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
क्या है पूरा मामला:
छात्रा: खुशी दुबे, बी.कॉम सेकंड ईयर
कॉलेज: शासकीय राजमोहनी देवी गर्ल्स कॉलेज
घटना का समय: शनिवार शाम करीब 5 बजे
स्थान: बौरीपारा, अंबिकापुर
मामले की जांच: मणिपुर थाना पुलिस द्वारा जारी
संदेह के घेरे में आए युवक: पुलिस जांच में निर्दोष पाए गए
आगे की कार्रवाई:
पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन की जांच जारी
संदेहास्पद व्यक्तियों से पूछताछ जारी
पुलिस ने टीमें गठित कर खोजबीन तेज की
जनता और परिजन की एक ही मांग: खुशी को जल्द से जल्द ढूंढा जाए