मनेन्द्रगढ़। मनेन्द्रगढ़ वन मंडल में ठेकेदारी को लेकर भारी गड़बड़ी के आरोप सामने आ रहे हैं। कोरिया जिले के सोनहत निवासी एक कांग्रेसी ठेकेदार को बिना टेंडर करोड़ों रुपये के काम सौंपने को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच चुका है, जिससे वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
बिहारपुर सर्किल में जमकर बंदरबांट, डीएफओ के करीबी अफसर की भूमिका संदिग्ध
वन विभाग के बिहारपुर परिक्षेत्र के बिहारपुर सर्किल में सबसे ज्यादा निर्माण कार्य स्वीकृत किए गए हैं, जिसमें एनीकट, स्टॉप डेम जैसी योजनाएं शामिल हैं। डीएफओ के करीबी माने जाने वाले अफसर की पूरी सांठगांठ बताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, इस क्षेत्र में मजदूरों की मजदूरी के नाम पर बड़ा घोटाला किया गया है। क्रशर गिट्टी के बिल लगाकर निर्माण कार्यों में जंगल गिट्टी का भरपूर उपयोग किया गया, जिससे भ्रष्टाचार की आशंका गहरी हो गई है।
सिद्ध बाबा में आया काम, चहेते ठेकेदार को सौंपा
मनेन्द्रगढ़ परिक्षेत्र के सिद्ध बाबा में आए निर्माण कार्य को डीएफओ ने अपने चहेते कांग्रेसी ठेकेदार को दे दिया, जिससे भाजपाई कार्यकर्ता भड़क उठे। इस मनमानी के खिलाफ शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंच चुकी है। जानकारी के अनुसार, इस ठेकेदार का कांग्रेस शासनकाल से ही मनेन्द्रगढ़ वन मंडल में दबदबा बना हुआ है और हर निर्माण कार्य इसी के जरिए कराया जा रहा है।
बिना टेंडर ठेका, जेम्स पोर्टल के नियमों की उड़ाई धज्जियां
सरगुजा वन वृत्त में इस वर्ष किसी भी निर्माण सामग्री की खरीद जेम्स पोर्टल के माध्यम से होनी थी, लेकिन इसके बावजूद ठेकेदार को मनमाने ढंग से काम दिया जा रहा है। बिना टेंडर करोड़ों रुपये के ठेके सौंपने का यह मामला अब तूल पकड़ चुका है और जल्द ही इस पर उच्च स्तरीय जांच की मांग उठ सकती है।
वन विभाग में चल रहे इस खेल पर क्या कोई कार्रवाई होगी या यह गड़बड़ी यूं ही जारी रहेगी? यह देखना दिलचस्प होगा।