बैकुंठपुर, 23 जनवरी । नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती के अवसर पर बैकुंठपुर स्थित सुभाष चौक पर एक भव्य श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में देवरहा बाबा सेवा समिति के अध्यक्ष शैलेश शिवहरे, नगर पालिका अध्यक्ष नविता शिवहरे, अनिल शर्मा, ममता गोयन, सुभाष साहू, गंगा गुप्ता, अतुल गुप्ता, रोशन नामदेव, अनिल खटीक, अवधेश सिंह, नोखेलाल कुर्रे, गोलू सिंह, रितेश सिंह, समीर जायसवाल, छोटू सिंह सहित बड़ी संख्या में एसईसीएल कर्मचारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान नेताजी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। उपस्थित वक्ताओं ने नेताजी के देशप्रेम, साहस और बलिदान को याद करते हुए उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
नेताजी का योगदान अद्वितीय
वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजादी की लड़ाई में अपने अदम्य साहस और नेतृत्व से देश को प्रेरित किया। उनका नारा "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा" आज भी हर भारतीय के दिल में गूंजता है।
नेताजी का जीवन परिचय
स्वाधीनता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक में हुआ था। उनके पिता जानकीनाथ बोस एक प्रसिद्ध वकील थे और माता प्रभावती धार्मिक प्रवृत्ति की महिला थीं। बचपन से ही सुभाष चंद्र बोस के मन में देशप्रेम, स्वाभिमान और साहस की भावना प्रबल थी। उन्होंने अंग्रेजी शासन का विरोध करते हुए देशवासियों को स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का समापन नेताजी के आदर्शों और विचारों को आत्मसात करने के संकल्प के साथ किया गया।