बैकुंठपुर (कोरिया) 24 दिसंबर। एसईसीएल बैकुंठपुर क्षेत्र के कटकोना उप क्षेत्र में पीने के पानी को दूर से लाने के लिए पाइप लगाने कॉलरी प्रबंधन 6 महीने में ही लाखो फूंक डीएज़ अब लगाए पाइप में पानी रिसने लगा, तो जमीन से पाइप को निकाल कर दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार एसईसीएल बैकुंठपुर के उप क्षेत्र कटकोना कॉलरी में गोबरी बांध से पानी ले जाने पर काम शुरू हुआ, 6 माह पूर पीवीसी पाइप के जरिए 10 किमी पाइप बिछाया गया और पानी कटकोना तक पहुंचने लगा। सूत्रों की माने इसके लिए लाखों का टेंडर हुआ था, इसी वर्ष बारिश के पूर्व पाइप लाइन बिछ गई थी और पानी कटकोना तक पहुंचने लगा था।
अब जीआई पाइप का उपयोग
6 माह पूर्व लगे पीवीसी पाइप को एसईसीएल ने अब बदलने का मन बना लिया और 6 माह ही चले पाइप की जगह जीआई पाइप के सहारे कटकोना तक पाइप लाइन बिछवाई गई, इसमे भी लाखों रुपए खर्च का अनुमान है। बमुश्किल इतनी जल्दी पीवीसी पाइप को खराब मान कर नया पाइप लगाने के एसईसीएल के इस प्लान पर सवाल खड़े हो रहे है, पूर्व में जीआई पाइप को क्यों नही बिछाया गया, क्योंकि पीवीसी पाइप बिछाने में खर्च की गई राशि व्यर्थ हो गई।
बिना तकनीकी के बिछाए
कटकोना तक बिछाए जीआई पाइप को बिना तकनीकी अधिकारी की मौजूदगी बिछा दिए गए और पानी शुरू कर दिया गया, जिसके बाद पाइप के हर जॉइंट से पानी रिसने लगा, जिससे पूरे 10 किमी पानी निकलता सामने दिखने लगा।
खुदाई कर जॉइंट सुधार शुरू
बीते दो दिन से गोबरी डेम से बिछाई गई पाइप लाइन की खुदाई शुरू है और जेसीबी से पाइप के किनारे खोदा जा रहा है, फिर मजदूरों और मेकेनिकों के द्वारा जीआई पाइप को दुबारा खोला जाता है, जॉइंट में बड़ा रबर लगाया जा रहा है, ताकि अब पानी रिसना बन्द हो सके, इसमे कटकोना पहुंचने में अभी कम से कम 10 दिन और समय लगेगा। सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि एसईसीएल के काम मे किस तरह समय और पैसे की बर्बादी होती है, स्थानीय लोगो ने मामले की जांच करने की मांग उठाई और ऐसे निर्णय लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की बात कहीं है।