डीएफओ के अभद्र व्यवहार से आहत नगर पालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व 22 पार्षद देंगे सामूहिक इस्तीफा, नगर पालिका के समस्त जनप्रतिनिधियों का इस्तीफा देने का ऐलान, मंत्री व कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

Chandrakant Pargir

 

एमसीबी। मनेंद्रगढ़ वनमंडल के डीएफओ मनीष कश्यप के खिलाफ जनप्रतिनिधियों का विरोध अब और उग्र हो गया है। भालू विचरण से जुड़ी समस्या पर चर्चा करने गए नगर पालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और पार्षदों के साथ डीएफओ द्वारा अभद्रता व अपमानजनक व्यवहार किए जाने को लेकर पूरा नगर पालिका परिषद आक्रोशित है। इस गंभीर घटनाक्रम को लेकर नपाध्यक्ष श्रीमती प्रतिमा यादव के नेतृत्व में सभी 22 पार्षदों ने छत्तीसगढ़ शासन के लोक स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल को सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी देते हुए ज्ञापन सौंपा है।


ज्ञापन में जनप्रतिनिधियों ने स्पष्ट लिखा है कि 7 अगस्त को डीएफओ से मुलाकात के दौरान उन्होंने केवल दो पार्षदों को चेंबर में बुलाया और बात समाप्त होते ही कर्मचारियों को बुलाकर अन्य जनप्रतिनिधियों को धक्का देकर बाहर निकलवाने के आदेश दिए। इसके साथ ही डीएफओ द्वारा अपशब्दों का प्रयोग किया गया, जिससे आहत होकर सभी जनप्रतिनिधि डीएफओ के चेंबर में ही धरने पर बैठ गए।


जनप्रतिनिधियों ने इस पूरे घटनाक्रम को मुख्यमंत्री, कलेक्टर और मंत्री तक पहुंचाते हुए कहा है कि यदि डीएफओ को तत्काल प्रभाव से नहीं हटाया गया, तो वे सभी अपने-अपने पद से सामूहिक रूप से इस्तीफा देने के लिए बाध्य होंगे। ज्ञापन में नपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सभी 22 वार्ड पार्षदों के साथ विधायक प्रतिनिधि श्री सरजू यादव और सांसद प्रतिनिधि श्री गोपाल गुप्ता के भी हस्ताक्षर हैं। मामले ने प्रशासनिक व राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है और अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि शासन इस पर क्या फैसला लेता है।



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