कोरिया। अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्वावधान में "अणुव्रत क्रिएटिविटी कॉन्टेस्ट 2025" का भव्य आयोजन शुक्रवार को बैकुंठपुर स्थित तेरापंथ भवन, बाई सागर में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की थीम थी "संविधान की धार, मर्यादाओं का हो आधार", जिसमें जिले भर के विभिन्न स्कूलों से आए छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
इस रचनात्मक प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी जितेन्द्र गुप्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्राचार्य उमाशंकर शुक्ला ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में गीता प्रसाद नेमा, जितेन्द्र कुमार मिश्रा एवं प्रदेश प्रभारी ममोल कोचेटा की गरिमामयी उपस्थिति रही।
प्रतियोगिता में निबंध लेखन, चित्रकला, कविता पाठ, एकल एवं समूह गायन और भाषण जैसी रचनात्मक विधाओं को शामिल किया गया। प्रतिभागियों को दो वर्गों में बांटा गया—समूह-1 (कक्षा 5वीं से 8वीं) और समूह-2 (कक्षा 9वीं से 12वीं)। सभी छात्रों ने संविधान, नैतिक मूल्यों और सामाजिक मर्यादाओं पर आधारित विषयों पर अपनी रचनात्मकता का प्रभावशाली प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि जितेन्द्र गुप्ता ने कहा, "बच्चों में रचनात्मकता के माध्यम से नैतिकता और संविधान की समझ विकसित करना आज की आवश्यकता है। अणुव्रत मिशन इसी दिशा में एक सार्थक पहल है।"
कार्यक्रम के अंत में प्रथम स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को पुरस्कार तथा सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए गए। पुरस्कार वितरण मुख्य अतिथि के करकमलों से किया गया।
कार्यक्रम में जैन समाज के पदाधिकारी, महिला मंडल, शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। आयोजन ने बच्चों के आत्मविश्वास, रचनात्मकता और नैतिक मूल्यों को एक नई दिशा दी।