नगर पंचायत पटना में निविदा घोटाले की बू, सीएमओ पर एक ही व्यक्ति को लाभ पहुंचाने का आरोप

Chandrakant Pargir

 


बैकुण्ठपुर(कोरिया) 25 अप्रैल। जिले की नगर पंचायत पटना में हुए निविदा कार्यों को लेकर भारी अनियमितताओं का मामला उजागर हुआ है। एक स्थानीय निविदाकर्ता खान कॉन्ट्रेक्टर एंड सप्लायर द्वारा कलेक्टर कोरिया को दिए गए आवेदन में नगर पंचायत के मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि तय प्रक्रिया का पालन न करते हुए निविदा को गुपचुप तरीके से मनचाहे व्यक्ति को दे दिया गया।

 


प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिनांक 24 जनवरी 2025 को संबंधित व्यक्ति द्वारा नगर पंचायत पटना में कुल 09 ऑफलाइन निविदाएं डाक के माध्यम से जमा की गई थीं। निविदा खोलने की तिथि 31 जनवरी निर्धारित थी, लेकिन उस दिन अधिकारियों ने यह कहकर निविदा नहीं खोली कि सीएमओ अनुपस्थित हैं और आचार संहिता लागू हो गई है।



निविदाकर्ता ने आरोप लगाया कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद भी उन्हें न तो कोई सूचना दी गई, न ही निविदा खोली गई। इसके विपरीत, 24 अप्रैल को सोशल मीडिया (फेसबुक) के माध्यम से उन्हें ज्ञात हुआ कि संबंधित कार्यों का भूमिपूजन हो चुका है। जब वे 25 अप्रैल को नगर पंचायत कार्यालय पहुंचे और सीएमओ से जानकारी मांगी, तो अधिकारी ने कोई जवाब नहीं दिया। यहाँ तक कि जब शिकायतकर्ता ने लाइव वीडियो बनाना शुरू किया, तब भी सीएमओ मौन रहे।


शिकायतकर्ता का यह भी आरोप है कि सीएमओ ने पूरी प्रक्रिया को गोपनीय रखते हुए केवल एक व्यक्ति को लाभ पहुँचाने की मंशा से निविदा का कार्य आवंटित कर दिया। यह सीधा-सीधा सरकारी धन और प्रक्रिया के दुरुपयोग का मामला है।


यह मामला न केवल पारदर्शिता की धज्जियां उड़ाता है, बल्कि प्रशासनिक मशीनरी की जवाबदेही पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है। अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस मामले में कितनी तत्परता दिखाता है। शिकायतकर्ता ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।


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