बैकुंठपुर। सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण और हादसों में घायल व्यक्तियों को त्वरित चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराने की दिशा में कोरिया जिला प्रशासन ने एक अहम कदम उठाया है। जिले के विभिन्न ग्रामों और नगरीय निकायों से 100 जागरूक नागरिकों को सड़क सुरक्षा मितान के रूप में चयनित किया गया है। यह मितान सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
इस संबंध में गुरुवार को रक्षित केंद्र बैकुंठपुर के कॉन्फ्रेंस हॉल में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पुलिस अधीक्षक रवि कुमार कुर्रे ने मितानों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में वाहनों की संख्या की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या अत्यधिक है, जिसका मुख्य कारण यातायात नियमों की अनदेखी है। उन्होंने मितानों से अपील की कि वे निःस्वार्थ भाव से आम लोगों की जीवन रक्षा हेतु अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करें।
एसपी कुर्रे ने सभी चयनित सड़क सुरक्षा मितानों को पहचान पत्र उपलब्ध कराने की बात कही और उन्हें पुलिस मित्र के रूप में अन्य गतिविधियों में भी सहयोग देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी कहा कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले मितानों को सम्मानित किया जाएगा।
कार्यशाला में उप पुलिस अधीक्षक श्याम मधुकर ने उपस्थितजनों को गुड सेमेरिटन योजना के तहत अधिक से अधिक लोगों को मदद के लिए प्रेरित करने की अपील की। साथ ही उन्होंने सोलेशियम फंड की जानकारी भी साझा की। इस अवसर पर यातायात प्रभारी बीरबल राजवाड़े, सहायक उप निरीक्षक धनंजय सिंह, किशुन भगत सहित यातायात विभाग का स्टाफ भी उपस्थित रहा।
कार्यक्रम का संचालन यातायात नायक डॉ. महेश मिश्रा ने किया, जिन्होंने मितानों को यातायात नियमों, संकेतों और चिन्हों की विस्तृत जानकारी दी।
सड़क सुरक्षा मितान योजना के उद्देश्य:
सड़क सुरक्षा के प्रति आमजन में जागरूकता बढ़ाना।
सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना।
लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना।
इस योजना के लाभ:
सड़क हादसों में उल्लेखनीय कमी।
यात्रा को अधिक सुरक्षित बनाना।
समाज में सड़क सुरक्षा के प्रति सजगता का विकास।
यह पहल निश्चित ही जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर एक नया अध्याय लिखेगी और आम नागरिकों को सुरक्षित सफर के लिए प्रेरित करेगी।