एसईसीएल के चरचा कॉलरी प्रबंधन की प्रताड़ना! मुआवजे की मांग उठाने पर पूर्व कर्मचारी के परिवार को बिजली-पानी से वंचित किया गया

Chandrakant Pargir


 


कोरिया 27 अप्रैल 2025। जिले के बैकुंठपुर क्षेत्र स्थित

चरचा कॉलरी निवासी एवं एसईसीएल के पूर्व कर्मचारी के पुत्र शहजाद अंसारी ने चर्चा थाना में एक गंभीर शिकायत दर्ज कराई है। अपने आवेदन में शहजाद ने आरोप लगाया है कि चरचा खदान में हाल ही में एक ठेका मजदूर  दिगेश्वर सिंह की दुर्घटना में मृत्यु के बाद, उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और मुआवजे (15 लाख रुपये) की मांग को लेकर आवाज उठाई थी।


शहजाद का कहना है कि उनके इस मानवाधिकार समर्थक कदम से नाराज होकर चर्चा प्रबंधन ने प्रतिशोध की भावना से उनके खिलाफ दुर्भावनापूर्ण कार्यवाही शुरू कर दी। दिनांक 27 अप्रैल 2025 को एसईसीएल के बिजली विभाग, पानी विभाग और सिक्योरिटी गार्डों द्वारा उनके क्वार्टर की बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं जबरन काट दी गईं। शहजाद ने बताया कि जब उन्होंने इसका कारण पूछा, तो उन्हें अवैध कब्जे का हवाला देकर धमकाया गया, जबकि कॉलरी क्षेत्र में कई अन्य लोग भी कथित रूप से अवैध रूप से रह रहे हैं, लेकिन केवल उन्हें ही निशाना बनाया गया।


शहजाद ने आरोप लगाया कि यह कृत्य भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत प्राप्त जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार का घोर उल्लंघन है और नागरिकों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित करना एक गंभीर अपराध है। इस घटना से उनके परिवार में गहरा मानसिक तनाव और असुरक्षा की भावना व्याप्त हो गई है।


उन्होंने थाना प्रभारी से निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई, अपनी तथा परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने, तथा बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की तत्काल बहाली की मांग की है।


यह मामला चरचा कॉलरी क्षेत्र में श्रमिक अधिकारों, मानवाधिकारों और बड़े प्रबंधन द्वारा सत्ता के दुरुपयोग का एक चिंताजनक उदाहरण बनकर उभर रहा है। यदि त्वरित कार्रवाई नहीं हुई तो यह मुद्दा व्यापक जन आक्रोश का कारण बन सकता है।

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