कोरिया 8 अप्रैल। जनकल्याण और प्रशासनिक पारदर्शिता की दिशा में एक और मजबूत कदम उठाते हुए, कोरिया ज़िले में सुशासन त्यौहार 2025 की शुरुआत हो चुकी है। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के नेतृत्व में जिला प्रशासन ने इस अभियान को एक जनसरोकार के पर्व के रूप में तब्दील कर दिया है, जिसका उद्देश्य है – समस्या, शिकायत और मांग का त्वरित समाधान।
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने बताया कि त्यौहार के पहले चरण में जिले के दुर्गम और पहुंचविहीन क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जा रही है। इन इलाकों में एनसीसी कैडेट्स और वालंटियर्स की टीम आमजन को आवेदन लिखने और भरने में मदद करेगी। प्रशासन का लक्ष्य है कि पांच दिन के भीतर ऐसे सभी क्षेत्रों को कवर किया जाए।
फोकस में हैं राजस्व प्रकरण
सुशासन त्यौहार के दौरान राजस्व से जुड़े मामलों, जैसे नामांतरण और बंटवारे को प्राथमिकता दी जा रही है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्राप्त आवेदनों को समयसीमा के भीतर ऑनलाइन अपलोड कर समाधान की प्रक्रिया में तेजी लाएं।
जाति प्रमाणपत्र में ऐतिहासिक प्रगति
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने बताया कि उनके कार्यकाल के दौरान अब तक:
4199 विद्यार्थियों (कक्षा 6वीं से 12वीं) के जाति प्रमाण पत्र बन चुके हैं।
678 आंगनबाड़ी बच्चों को भी इसका लाभ मिला है।
वहीं, कक्षा 1 से 5 तक के 2551 छात्र-छात्राओं के जाति प्रमाण पत्र जनवरी 2025 तक बन चुके हैं।
सुशासन त्यौहार के अंतर्गत इस कार्य को और विस्तार दिया जाएगा, ताकि हर पात्र व्यक्ति तक शासन की योजनाएं सरलता से पहुंच सकें।
समाधान पेटी और सुशासन वाहन को मिली हरी झंडी
त्यौहार की शुरुआत के अवसर पर कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने 'समाधान पेटी' और 'सुशासन वाहन' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वाहन गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याएं सुनेंगे और मौके पर ही समाधान के लिए आवेदन दर्ज करेंगे। यह त्यौहार सिर्फ सरकारी अभियान नहीं, बल्कि "जन की भागीदारी से जनहित के लिए प्रशासनिक समर्पण" का उदाहरण है। कोरिया जिला प्रशासन द्वारा उठाए गए इन प्रयासों से यह तय है कि सुशासन अब कागज़ों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि लोगों के द्वार तक पहुंचेगा।