भरतपुर (एमसीबी): भरतपुर तहसील के हरचोखा गांव में गुरुवार रात रेत परिवहन को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। रेत से भरे हाइवा को ग्रामीणों ने रास्ते में रोक लिया और उसमें भरी रेत खाली करवा दी। घटना के बाद करीब दो से तीन घंटे तक गांव में हंगामा बना रहा।
ग्रामीणों का कहना है कि उनके इलाके से हो रहे रेत परिवहन के कारण सड़कें खराब हो गई हैं, धूल-गंदगी से सांस लेना मुश्किल हो गया है और बच्चों व बुजुर्गों की तबीयत पर असर पड़ रहा है। जल का स्तर नीचे चला गया है, उनकी मवेशियों का आना जाना दूभर हो गया है, ग्रामीण लंबे समय से इस गतिविधि का विरोध कर रहे हैं।
इस घटना के बाद रेत कारोबारी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद शुक्रवार को जनकपुर थाने में ग्राम हरचोखा घुघरी के 50 से अधिक ग्रामीण जमा हो गए। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 5 से 7 ग्रामीणों को हिरासत में ले लिया और उन पर रेत परिवहन में बाधा डालने का आरोप लगाया है। हरचोखा के लोगो का कहना है कि गांव के लोग पुलिस में शिकायत करने गए थे और उन्ही में से कुछ को पुलिस ने बिठा लिया है।
गांव के लोगों का आरोप है कि प्रशासन रेत माफियाओं के साथ मिलकर काम कर रहा है और ग्रामीणों की परेशानियों को नजरअंदाज कर रहा है। वहीं, पुलिस की इस कार्रवाई के बाद ग्रामीणों में आक्रोश और बढ़ गया है। ग्रामीणों ने ऐलान किया है कि जब तक रेत परिवहन पूरी तरह बंद नहीं होता, वे आंदोलन जारी रखेंगे।
रात में एक बार फिर रेत से भरे वाहनों की गतिविधि देखी गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने पहरेदारी शुरू कर दी है और कहा है कि अब किसी भी कीमत पर अपने गांव की शांति और पर्यावरण को बिगड़ने नहीं देंगे।