बैकुंठपुर ( कोरिया) 3 नवम्बर, कोरिया जिले के कोरिया वन मंडल में बीते 16 अक्टूबर से एक बाघ की आवाजाही देखी जा रही है, घनघोर जंगल मे उसने अपना राज स्थापित कर रखा है, वही वन विभाग ग्रामीणों को बेवजह जंगल न जाने की मुनादी कर रहा है।
कोरिया वन मंडल के जंगलों में बाघ की आवाजाही जारी है, 2 नवम्बर को उसे कटकोना के जंगलों में उंसके दहाड़ने की बात सामने आई, फिलहाल कटकोना क्षेत्र के विशाल चामट पहाड़ पर उसकी ताजा लोकेशन बताई जा रही है, बाघ एक जगह से दूसरे जगह आना जाना कर रहा है, लगभग एक दिन से 15 किमी रोजाना वो चल रहा है। दूसरी ओर वन विभाग प्रतिदिन लाउडस्पीकर से मुनादी कर लोगो को आगाह करने में जुटा हुआ है, पहाड़ से लगे गॉवों में मुनादी कराई जा रही है, लोगो को बेवजह जंगल जाने न जाने के लिए समझाइश दी जा रही है
जहां ट्रैप कैमरे वहां से दूर बाघ
बाघ के लोकेशन और उसकी गतिविधियों के लिए विभाग ट्रैप कैमरे लगवा देता है, परन्तु एक जगह गुजरने के बाद बाघ दुबारा कैमरे में ट्रैप नही हो रहा है, रविवार को भी कुछ स्थानों में ट्रैप कैमरे लगाए गए है। ताकि उसकी ताजा तस्वीरे सामने आ सके। हालांकि उसकी चहलकदमी से उंसके पैरों के निशान आसानी से मिल जा रहे है।
जंगल मे मवेशी रखने वाले भागे
जंगल मे प्रायः देखा गया है कि कुछ मवेशी पालने वाले अपने मवेशियों को जंगल मे रख खुद मड़ैया बना रहने लगते है, उनकी मवेशियों को निशुल्क चारागाह मिल जाया करता है, परंतु इस क्षेत्र में बाघ ने अपना क्षेत्र बना लिया है जिसके बाद ऐसे मवेशियों को जंगल मे रखने वालों ने खुद को हटना ही मुनासिब समझा है, ऐसे कई मवेशियों के रखवाले जंगल छोड भाग खड़े हुए है।