कोरिया। जिला अस्पताल बैकुण्ठपुर में पुराना तोड़ो और नया बनाओ की योजना में काम किया जा रहा है, ऐसा करने से जिला अस्पताल की जीवनदीप समिति के मद के साथ साथ आयुष्मान भारत औऱ राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मदो से राशि निकालकर नियमो को दरकिनार कर वित्तीय अनियमितता पर किसी का ध्यान नही जा रहा है, जीवनदीप समिति के सीज खाते से जमकर राशि का आहरण किया जा रहा है।
जिला प्रशासन ने जिला अस्पताल की देख रेख का जिम्मा कुछ जिला स्तर के अधिकारियों को दिया है, अधिकारियों ने दौरा भी किया है, जहां बस छोटे कर्मचारियों पर ही नज़र डाली जा रही है और पूरा जोर चिकित्सको पर है, कि वो समय पर आते है या नही, जिला प्रशासन का ध्यान इस पर नही है कि जिला अस्पताल में मनेन्द्रगढ़, चिरमिरी सोनहत और पटना से रेफर केस कितने आ रहे है और वो किस स्थिति में जिला अस्पताल रेफर किए का रहे है। दूसरी ओर सूत्रों की माने तो जिला अस्पताल में बीते 6 माह में लाखों खर्च किए जा चुके है,2 सदस्यीय क्रय समिति बनाकर कर नियम विरुद्ध तरीके से चेक काटे जा रहे है, जबकि नियमानुसार 5 क्लास वन अधिकारी क्रय समिति में होना चाहिए, इनमें जीवनदीप के साथ साथ आयुष्मान भारत, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मदो से भी राशि खर्च की जा रही है। इस खर्च की निगरानी को लेकर जिला प्रशासन ने जिला अस्पताल में तैनात किए अधिकारियों को दिशा निर्देश नही दिए है। यही कारण है कि इन अधिकारियों का ध्यान नियम विरुद्ध खरीदी और धड़ाधड़ काटे जा रहे चेक पर न होकर सिर्फ साफ सफाई औऱ चिकित्सको के आने जाने पर ही ध्यान केंद्रित है। जबकि जिला प्रशासन को चाहिए कि तमाम हो रहे नियम विरुद्ध खरीदी की जांच करवाएं और उसका भी नियंत्रण अधिकारियों के पास हो ताकि चुपचाप बन्द कमरे में चेक कटने पर रोक लग सके।
पुराना तोड़ो और फिर नया बनाओ
जिला अस्पताल में काम जबरन काम निकाल कर राशि खर्च की जा रही है, आपको बता दे सिटी स्कैन रूम के सामने नल लगा हुआ है अक्सर मरीजों के परिजन यहां इस नल का उपयोग खुले में करते थे कुछ माह पूर्व जीवन्दीप समिति से लाखों की लागत से बाथरूम का निर्माण करा दिया गया था, अब उसे तोड़कर दूसरी जगह बाथरूम का निर्माण कराया जाने वाला है उस बाथरूम को तोड़ डाला गया है, कुछ माह पूर्व उंसमे खर्च आया ही होगा अब नए काम मे अपना आदमी काम करेगा और अब नया काम कर उसको फायदा दिलाने के लिए नए नए काम की खोज की जा रही है, इसी तरह सीएस चेम्बर के पीछे नाली को तोड़कर फिर सब नया बनाया जा रहा है।
कुछ माह पूर्व जांच बेनतीजा
हाल ही भाजपा सरकार बनते ही कलेक्टर ने जीवनदीप समिति की जांच के लिए टीम बनाई, जांच समिति ने जांच भी शुरू की, जीवन्दीप समिति का खाता सीज किया गया, पर जांच बेनतीजा निकली, अब तक उस जांच का क्या हुआ लोगो को पता ही नही चला, अब बीते कुछ माह से जीवन्दीप समिति से फिर वही खेल शुरू हो गया है। परंतु जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर नही पड़ पा रहा है।