भरतपुर(एमसीबी)। भरतपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत सेमारिहा में उचित मूल्य दुकान के विक्रेता द्वारा ग्रामीणों के साथ गंभीर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि मार्च 2025 के राशन वितरण के नाम पर विक्रेता ने मशीन पर पत्थर, गिट्टी और भूसा रखकर अंगूठा लगवा लिया, जबकि उन्हें चावल का एक दाना भी नहीं दिया गया। इससे गांव के 500 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि विक्रेता ने मशीन में वितरण की एंट्री कर दी है, जिससे शासन के रिकॉर्ड में वितरण पूर्ण दर्शाया जा रहा है, जबकि वास्तविकता यह है कि उन्हें मार्च माह का चावल अब तक नहीं मिला है। पीड़ितों में बड़ी संख्या में महिलाएं, वृद्ध और बीपीएल कार्डधारी शामिल हैं, जो अब अपने हक का राशन मांग रहे हैं।
यह भी सामने आया है कि उक्त विक्रेता पर फरवरी 2025 में ही 5 लाख 46 हजार रुपये की रिकवरी डाली गई थी, लेकिन इसके बावजूद दुकान संचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। अब मार्च माह के इस कथित घोटाले ने ग्रामीणों में आक्रोश पैदा कर दिया है।
ग्रामीणों की मांग – कार्रवाई हो, राशन मिले
ग्रामीण सुबरन सिंह नेताम, रामकली सहित कई ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि दोषी विक्रेता पर तत्काल कार्रवाई की जाए, उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो और मार्च माह का राशन उन्हें शीघ्र वितरित किया जाए। साथ ही इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कर अन्य महीनों की भी समीक्षा की जाए, ताकि यह पता चल सके कि कहीं और भी इस तरह की धोखाधड़ी तो नहीं हुई है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
स्थानीय स्तर पर शिकायतों के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होने पर सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते इस पर सख्त कदम नहीं उठाया गया, तो यह गड़बड़ी और भी बड़े पैमाने पर दोहराई जा सकती है।