बैकुण्ठपुर (कोरिया)।
एक तरफ सरकार ग्रामीण विकास और बुनियादी सुविधाओं की बात कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर बैकुंठपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत नरकेली के मण्डलपारा जैसे गांव अब भी सड़क जैसी मूलभूत सुविधा के लिए तरस रहे हैं। ग्राम मण्डलपारा के अहिरापारा स्थित माँ दुर्गा मंदिर तक सड़क निर्माण की वर्षों पुरानी मांग को अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है, जबकि कार्य जमीन पर अब तक शुरू नहीं हो सका है।
2015 से अब तक इंतज़ार ही इंतज़ार
ग्रामवासी वर्ष 2015 से इस सड़क के लिए जनदर्शन सहित विभिन्न माध्यमों से प्रशासन से गुहार लगाते आ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अब तक 15 से अधिक आवेदन दिए जा चुके हैं, लेकिन नतीजा सिफर है। विशेष रूप से वर्ष 2023 और 2024 में कई बार आवेदन किए गए—सिर्फ 2024 में ही 16 जनवरी, 27 फरवरी, 2 जुलाई, 24 सितंबर और 1 अक्टूबर को आवेदन जमा कराए गए।
धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से अहम रास्ता फिर भी उपेक्षित
यह सड़क सामुदायिक भवन से शुरू होकर माँ दुर्गा मंदिर तक जाती है, जहां प्रतिदिन श्रद्धालुओं की आवाजाही बनी रहती है। बरसात में यह रास्ता दलदल में बदल जाता है। इससे न केवल बुजुर्गों व महिलाओं को दिक्कत होती है, बल्कि स्कूली बच्चों और ग्रामीण मरीजों को भी आवागमन में परेशानी उठानी पड़ती है।
विकास के दावों पर सवाल
ग्रामीणों ने सवाल उठाए हैं कि जब हर गांव को सड़क, बिजली और पानी जैसी सुविधाओं से जोड़ने की बात की जाती है, तब मण्डलपारा जैसे गांवों को क्यों अनदेखा किया जा रहा है? ग्रामीणों का कहना है कि “विकास सिर्फ कागजों पर हो रहा है, जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है।”
प्रशासन की चुप्पी बनी पहेली
तहसीलदार, जनपद सीईओ और जिला प्रशासन तक कई बार शिकायत पहुंचाई जा चुकी है। अधिकारियों ने आश्वासन तो खूब दिए, लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। इससे ग्रामीणों में गहरी नाराज़गी है।
ग्रामीणों की अपील
ग्रामीणों ने एक बार फिर जिला प्रशासन से मांग की है कि माँ दुर्गा मंदिर तक जाने वाली सड़क का निर्माण शीघ्र कराया जाए, जिससे वर्षों से उपेक्षित विकास की उम्मीद पूरी हो सके।