रायपुर। राज्य के गृह मंत्री विजय शर्मा ने गुरुवार को एक अहम प्रेस वार्ता में नक्सलियों द्वारा जारी हालिया प्रेस नोट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि नक्सलियों द्वारा स्कूल और आंगनबाड़ी का विरोध न करने तथा शांति वार्ता की इच्छा जताने का सरकार स्वागत करती है, लेकिन सरकार कोई मध्यस्थ समिति नहीं बनाएगी। यदि बातचीत करनी है, तो नक्सली सीधे सरकार से संपर्क करें।
गृह मंत्री ने स्पष्ट किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी करबद्ध होकर नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील की है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने भी नक्सलियों को आत्मसमर्पण कर सामान्य जीवन में लौटने का आग्रह किया है।
विजय शर्मा ने कहा, “सरकार चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है, चाहे वह किसी समूह के साथ हो, कोई वरिष्ठ प्रतिनिधि हो या 2-3 लोगों का छोटा प्रतिनिधिमंडल हो। अगर नक्सली आगे आते हैं, तो सरकार पूरी गंभीरता के साथ संवाद करेगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि आत्मसमर्पण करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी और सरकार उनके जीवन को सामान्य करने में हरसंभव सहायता देगी। “जब तक उनका जीवन सेटल नहीं होता, तब तक सरकार उनके साथ खड़ी रहेगी,” उन्होंने आश्वासन दिया।
यह बयान राज्य में नक्सल समस्या के समाधान के लिए एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें संवाद और पुनर्वास को प्राथमिकता दी जा रही है।